जम्मू : जम्मू के एयर फोर्स स्टेशन पर हमले के बाद सेना अलर्ट मोड पर है. वहीं एक बार फिर जम्मू के सुंजवान मिलिट्री स्टेशन के पास एक और ड्रोन देखा गया.
जानकारी अनुसार सोमवार देर रात ड्रोन को देखा गया था. इसके बाद वह गायब हो गया. सुरक्षा बलों को ये ड्रोन कुंजवानी, सुंजवान, कलूचक इलाके के पास देखा. ड्रोन की आवाजाही को लेकर सेना सतर्क है.
इससे पहले सोमवार को भी जम्मू में दो ड्रोन देखे गए थे. सूत्रों ने बताया कि ड्रोन किस हवाई मार्ग से आया, जांच अधिकारी अब तक इसका पता नहीं लगा पाए हैं. जांच अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिसमें हवाईअड्डे की चारदीवारी पर लगे कैमरे भी शामिल हैं. हालांकि, सभी सीसीटीवी सड़क किनारे लगे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि शहर के बाहरी इलाके में जम्मू हवाई अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में विस्फोटक सामग्री गिराने वाले ड्रोन को या तो सीमा पार या रात के दौरान किसी अन्य गंतव्य के लिए उड़ा दिया गया. जम्मू हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक हवाई दूरी 14 किमी है.
पाकिस्तान स्थित संदिग्ध आतंकवादियों का देश के किसी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान पर इस तरह का यह पहला ड्रोन हमला है. पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने ड्रोनों से राष्ट्रीय सुरक्षा के समक्ष पैदा हुई चुनौतियों से निपटने की रणनीति बनाने के लिये सोमवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और राज्य पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक की.
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केंद्रीय एजेंसियों के अनुसार, अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को 2019 में रद्द किये जाने के बाद से पाकिस्तान से लगी संवेदनशील सीमा पर 300 से अधिक ड्रोन और अज्ञात उड़न वस्तुएं (यूएवी) देखी गई हैं.
सेना के जवानों ने रत्नुचक-कालूचक स्टेशन के ऊपर उड़ रहे दो ड्रोन पर गोलीबारी की जो बाद में लापता हो गए. यह घटना रविवार तड़के जम्मू स्थित वायुसेना के स्टेशन पर दो ड्रोन से किए गए हमले के बाद हुई है. बता दें कि, सरकार ने जम्मू वायुसेना स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले की जांच एनआईए को सौंपी है.
ड्रोन हमले तकनीकी चुनौती, हम निपटने को तैयार : आईजी
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर संदिग्ध ड्रोन हमले के बाद सुरक्षा बलों ने हवाई अड्डों सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के आसपास तकनीकी और मैनुअल निगरानी बढ़ा दी है. श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन में पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर जोन विजय कुमार ने कहा कि कश्मीर क्षेत्र में श्रीनगर हवाई अड्डे और अन्य सुरक्षा प्रतिष्ठानों के आसपास सुरक्षा समीक्षा करने के लिए सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठकें कीं.
आईजी विजय कुमार ने कहा, 'यह एक तकनीकी चुनौती है लेकिन हम इससे निपटने के लिए तैयार हैं. निगरानी बढ़ा दी गई है.' श्रीनगर के बाहरी इलाके मलूरा में मुठभेड़ के बारे में उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर नदीम अबरार और एक विदेशी आतंकवादी मारा गया.
(इनपुट-भाषा)