ETV Bharat / bharat

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू, इस दौरान भूलकर ना करें ये काम - Solar Eclipse 2021

आज 4 दिसंबर को वर्ष 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ये ग्रहण महत्वपूर्ण है. देश दुनिया के साथ राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा.

solar-eclipse
साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण
author img

By

Published : Dec 4, 2021, 8:12 AM IST

Updated : Dec 4, 2021, 11:19 AM IST

नई दिल्ली: साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण (solar eclipse) आज 4 दिसंबर दिन शनिवार को शुरू हो गया है. सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 8 मिनट होगी. ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है. इसी कारण ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ व शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य पीड़ित हो जाते हैं, जिस कारण सूर्य की शुभता में कमी आ जाती है. इस दौरान कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना चाहिए.

बता दें, आज मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. इस बार वृश्चिक राशि में सूर्य ग्रहण (surya grahan) लग रहा है. आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण से जुड़ी विशेष बातों को-

सूर्य ग्रहण भारतीय ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से ग्रहण महत्वपूर्ण बताया गया है. इसे अशुभ घटना के तौर पर देखा जाता है. मान्यता है कि सूर्य ग्रहण का अलग-अलग राशियों पर और सभी मनुष्यों पर असर पड़ता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 12 राशियों पर ग्रहण का कम या ज्यादा दुष्प्रभाव पड़ सकता है. आमतौर पर ग्रहण अशुभ फलदायी ही माना गया है. अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से कहीं ग्रहण दिखाई देता है और कहीं नहीं नजर आता है.

सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर लगा सूर्य ग्रहण

ये ग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गया है, जो दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा. यह सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. सूर्यग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है. इसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव प्रकृति, जीव-जंतु और मनुष्यों पर भी पड़ते हैं. यही वजह है कि ज्योतिषी ग्रहणकाल के दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं. सनातन महर्षियों के अनुसार, ग्रहणकाल को शेषनाग की हलचल माना जाता है और इससे हमारे आसपास की हर चीज प्रभावित होती है.

सूर्य ग्रहण के समय दो ग्रह अस्त रहेंगे

साल 2021 के आखिरी सूर्य ग्रहण के दौरान आज दो बड़े ग्रह भी अस्त होंगे. इसमें बुध-चंद्रमा शामिल हैं. राहू-केतू भी वक्री होंगे. ये परिवर्तन सभी राशियों पर असर डालेगा. मगर भारत में ग्रहण की सिर्फ उपछाया होने के चलते सूतक मान्य नहीं होगा. मगर पूजापाठ समेत कई पाबंदियां रहेंगी. धार्मिक मान्यता अनुसार ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य और पूजा की मनाही है. जहां ग्रहण का प्रभाव होता है वहां मंदिर भी बंद कर दिए जाते हैं. ग्रहण खत्म होने पर विधिपूर्वक शुद्धिकरण के बाद ही कपाट खोले जाते हैं. इस दौरान घरों में भी पूजा नहीं की जाती है.

यहां दिखेगा ग्रहण

सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021 दिन शनिवार को लगने जा रहा है, जो अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा. इस ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा. ज्योतिष के अनुसार, भले ही ग्रहण में सूतक के नियम मान्य नहीं होंगे. लेकिन सूर्य ग्रहण का कुछ ना कुछ प्रभाव अवश्य होता है. इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.

सूर्य ग्रहण में क्या करें

1: सूर्य ग्रहण खत्म होने पर शुद्ध जल से स्नान करके ही कोई काम करें.

2: ग्रहण के काल में ईष्ट देवता का ध्यान और मंत्र का जप जरूरी है.

3: सूर्य ग्रहण के बाद धातु का दान खासतौर पर पीतल दान पुण्य देता है.

4: ग्रहण से पहले बने भोजन, रखे पानी को हटाएं ताजा भोजन ही खाएं.

5: ग्रहण के बाद गाय को घास, पक्षियों को दाना, गरीबों को वस्त्र दान करें.

सूर्य ग्रहण में क्या न करें

1: फूल और पत्ती तोड़ना वर्जित है. गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं आना चाहिए.

2: ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए, इससे सोने वाला व्यक्ति रोगी हो जाता है.

3: ग्रहण की पूरी समयावधि के दौरान भोजन बनाना या खाना भी वर्जित है.

नई दिल्ली: साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण (solar eclipse) आज 4 दिसंबर दिन शनिवार को शुरू हो गया है. सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 8 मिनट होगी. ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है. इसी कारण ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ व शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य पीड़ित हो जाते हैं, जिस कारण सूर्य की शुभता में कमी आ जाती है. इस दौरान कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना चाहिए.

बता दें, आज मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. इस बार वृश्चिक राशि में सूर्य ग्रहण (surya grahan) लग रहा है. आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण से जुड़ी विशेष बातों को-

सूर्य ग्रहण भारतीय ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से ग्रहण महत्वपूर्ण बताया गया है. इसे अशुभ घटना के तौर पर देखा जाता है. मान्यता है कि सूर्य ग्रहण का अलग-अलग राशियों पर और सभी मनुष्यों पर असर पड़ता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 12 राशियों पर ग्रहण का कम या ज्यादा दुष्प्रभाव पड़ सकता है. आमतौर पर ग्रहण अशुभ फलदायी ही माना गया है. अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से कहीं ग्रहण दिखाई देता है और कहीं नहीं नजर आता है.

सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर लगा सूर्य ग्रहण

ये ग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गया है, जो दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा. यह सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. सूर्यग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है. इसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव प्रकृति, जीव-जंतु और मनुष्यों पर भी पड़ते हैं. यही वजह है कि ज्योतिषी ग्रहणकाल के दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं. सनातन महर्षियों के अनुसार, ग्रहणकाल को शेषनाग की हलचल माना जाता है और इससे हमारे आसपास की हर चीज प्रभावित होती है.

सूर्य ग्रहण के समय दो ग्रह अस्त रहेंगे

साल 2021 के आखिरी सूर्य ग्रहण के दौरान आज दो बड़े ग्रह भी अस्त होंगे. इसमें बुध-चंद्रमा शामिल हैं. राहू-केतू भी वक्री होंगे. ये परिवर्तन सभी राशियों पर असर डालेगा. मगर भारत में ग्रहण की सिर्फ उपछाया होने के चलते सूतक मान्य नहीं होगा. मगर पूजापाठ समेत कई पाबंदियां रहेंगी. धार्मिक मान्यता अनुसार ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य और पूजा की मनाही है. जहां ग्रहण का प्रभाव होता है वहां मंदिर भी बंद कर दिए जाते हैं. ग्रहण खत्म होने पर विधिपूर्वक शुद्धिकरण के बाद ही कपाट खोले जाते हैं. इस दौरान घरों में भी पूजा नहीं की जाती है.

यहां दिखेगा ग्रहण

सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021 दिन शनिवार को लगने जा रहा है, जो अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा. इस ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा. ज्योतिष के अनुसार, भले ही ग्रहण में सूतक के नियम मान्य नहीं होंगे. लेकिन सूर्य ग्रहण का कुछ ना कुछ प्रभाव अवश्य होता है. इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.

सूर्य ग्रहण में क्या करें

1: सूर्य ग्रहण खत्म होने पर शुद्ध जल से स्नान करके ही कोई काम करें.

2: ग्रहण के काल में ईष्ट देवता का ध्यान और मंत्र का जप जरूरी है.

3: सूर्य ग्रहण के बाद धातु का दान खासतौर पर पीतल दान पुण्य देता है.

4: ग्रहण से पहले बने भोजन, रखे पानी को हटाएं ताजा भोजन ही खाएं.

5: ग्रहण के बाद गाय को घास, पक्षियों को दाना, गरीबों को वस्त्र दान करें.

सूर्य ग्रहण में क्या न करें

1: फूल और पत्ती तोड़ना वर्जित है. गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं आना चाहिए.

2: ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए, इससे सोने वाला व्यक्ति रोगी हो जाता है.

3: ग्रहण की पूरी समयावधि के दौरान भोजन बनाना या खाना भी वर्जित है.

Last Updated : Dec 4, 2021, 11:19 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.