सूरत : भारत में हीरा और कपड़ा व्यवसाय का केंद्र सूरत बड़ी संख्या में हवाई यात्रियों को आकर्षित करता है. हवाई यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) 353 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ सूरत हवाई अड्डे के समग्र विकास के लिए व्यापक स्तर पर काम कर रहा है. इससे व्यापार क्षेत्र को बढ़ावा मिलने की संभावना है.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा सूरत हवाई अड्डा बड़ी संख्या में देश भर के व्यापारिक समुदाय की सेवा करेगा क्योंकि यह देश भर के 16 शहरों से सीधे जुड़ा हुआ है. हवाई अड्डे का नया विश्व स्तरीय टर्मिनल भवन इस औद्योगिक शहर से कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा, जिससे क्षेत्र के समग्र विकास को गति मिलेगी. विकास परियोजना में टर्मिनल भवन के विस्तार के अलावा, विमान खड़ी करने की जगह का पांच पार्किंग बे से बढ़ाकर 18 पार्किंग बे तक विस्तार और समानांतर टैक्सी ट्रैक (2905 मीटर X 30 मीटर) का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है.
परियोजना के पूरा होने के बाद नए अत्याधुनिक विस्तारित टर्मिनल भवन में व्यस्त समय के दौरान 1200 घरेलू और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्री आ-जा सकेंगे और इस तरह नए टर्मिनल भवन की वार्षिक यात्री क्षमता 26 लाख हो जाएगी. सभी आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस, टर्मिनल भवन में 20 चेक-इन काउंटर, पांच एयरोब्रिज, इन-लाइन बैगेज हैंडलिंग सिस्टम, आने वाले यात्रियों के लिए पांच कन्वेयर बेल्ट होंगे. नए टर्मिनल भवन में 475 कारों को खड़ी करने की क्षमता वाला एक पार्किंग क्षेत्र भी होगा.
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