पुडुचेरी : उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय किशन कौल ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए शिक्षा और वित्तीय स्वतंत्रता के महत्व को रेखांकित किया है. शीर्ष अदालत के न्यायाधीश ने डॉ आंबेडकर गवर्नमेंट लॉ कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा, शिक्षा और महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने से उनकी मुक्ति सुनिश्चित होगी.
उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को अध्ययन-अध्यापन की प्रक्रिया में नए बदलावों के अनुकूल होना चाहिए और ऐसे बदलावों को जानने का प्रयास करना चाहिए. न्यायमूर्ति कौल ने कहा, इसके अलावा, शैक्षणिक संस्थानों को छात्रों में सोचने की क्षमता विकसित करनी चाहिए. शीर्ष अदालत के न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी रामसुब्रमण्यम ने लॉ कॉलेज के अच्छे प्रदर्शन के लिए उसकी सराहना की.
इसे भी पढे़ं-किसी व्यक्ति को देश में कहीं भी रहने, घूमने के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता : SC
केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा कि कानून समाज की नींव है. उन्होंने कहा कि कानूनी शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता कानून के शासन को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण है.मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजीव बनर्जी एवंरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.
(पीटीआई-भाषा)