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आगरा गोलीकांड : मृतक दारोगा को शहीद का दर्जा

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Published : Mar 25, 2021, 3:05 PM IST

आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र में दो भाइयों के बीच आलू खोदने को लेकर विवाद हुआ था. इस मामले में पुलिस टीम समझौता कराने पहुंची थी. इसी बीच एक ने दारोगा को गोली मार दी.

आगरा गोलीकांड
आगरा गोलीकांड

लखनऊ : आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम को एक दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. गौरतलब है कि क्षेत्र के गांव मेहरा में दारोगा प्रशांत यादव और दो पुलिसकर्मी एक मामले की जांच के लिए गए थे. इस दौरान एक आरोपी ने दारोगा पर गोली चला दी. घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए.

तमंचे से दारोगा पर चलाई गोली
आगरा के खंदौली के गांव नहर्रा निवासी शिवनाथ सिंह का बुधवार सुबह अपने छोटे भाई विश्वनाथ सिंह से आलू की खोदाई को लेकर विवाद हो गया. मामला पुलिस तक पहुंच गया. इस पर दारोगा प्रशांत अपने सहकर्मियों संग मौके पर पहुंच गए. उनकी मौजूदगी में आलू की खोदाई हुई. शाम तकरीबन सात बजे पुलिस ने विश्वनाथ को हंगामा करने के आरोप में पकड़ लिया. पुलिस आरोपी को अपने साथ लेकर आने लगी. विश्वनाथ के पास तमंचा था. आरोप है कि उसने मौका देखकर तमंचे से दारोगा प्रशांत पर गोली चला दी. दारोगा की मौके पर ही मौत हो गई. घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई. सूचना पर एसएसपी बबलू कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी पहुंच गए. पुलिस टीम जांच में जुटी है.

सीएम ने दुख जताया
दारोगा प्रशांत यादव की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. उन्होंने दारोगा के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. साथ ही कहा है कि ड्यूटी पर शहीद हुए दारोगा के नाम पर सड़क का नामकरण किया जाएगा और परिवार में निर्भर व्यक्ति को योग्यतानुसार नौकरी दी जाएगी.

पढ़ें : लखनऊ गोलीकांड : फरार सांसद के बेटे आयुष ने कोर्ट में दी आत्मसमर्पण की अर्जी

खंदौली में थी तैनाती
दारोगा प्रशांत यादव की तैनाती खंदौली थाना में थी. वह वर्ष 2015 में यूपी पुलिस में दारोगा पद पर भर्ती हुए थे. दारोगा प्रशांत यादव मूल रूप से बुलंदशहर के छतारी के रहने वाले थे. पुलिस ने परिजनों को सूचना दी, तो घर में कोहराम मच गया.

लखनऊ : आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम को एक दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. गौरतलब है कि क्षेत्र के गांव मेहरा में दारोगा प्रशांत यादव और दो पुलिसकर्मी एक मामले की जांच के लिए गए थे. इस दौरान एक आरोपी ने दारोगा पर गोली चला दी. घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए.

तमंचे से दारोगा पर चलाई गोली
आगरा के खंदौली के गांव नहर्रा निवासी शिवनाथ सिंह का बुधवार सुबह अपने छोटे भाई विश्वनाथ सिंह से आलू की खोदाई को लेकर विवाद हो गया. मामला पुलिस तक पहुंच गया. इस पर दारोगा प्रशांत अपने सहकर्मियों संग मौके पर पहुंच गए. उनकी मौजूदगी में आलू की खोदाई हुई. शाम तकरीबन सात बजे पुलिस ने विश्वनाथ को हंगामा करने के आरोप में पकड़ लिया. पुलिस आरोपी को अपने साथ लेकर आने लगी. विश्वनाथ के पास तमंचा था. आरोप है कि उसने मौका देखकर तमंचे से दारोगा प्रशांत पर गोली चला दी. दारोगा की मौके पर ही मौत हो गई. घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई. सूचना पर एसएसपी बबलू कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी पहुंच गए. पुलिस टीम जांच में जुटी है.

सीएम ने दुख जताया
दारोगा प्रशांत यादव की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. उन्होंने दारोगा के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. साथ ही कहा है कि ड्यूटी पर शहीद हुए दारोगा के नाम पर सड़क का नामकरण किया जाएगा और परिवार में निर्भर व्यक्ति को योग्यतानुसार नौकरी दी जाएगी.

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खंदौली में थी तैनाती
दारोगा प्रशांत यादव की तैनाती खंदौली थाना में थी. वह वर्ष 2015 में यूपी पुलिस में दारोगा पद पर भर्ती हुए थे. दारोगा प्रशांत यादव मूल रूप से बुलंदशहर के छतारी के रहने वाले थे. पुलिस ने परिजनों को सूचना दी, तो घर में कोहराम मच गया.

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