वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के महिला महाविद्यालय में इफ्तार के आयोजन व कैंपस में हिन्दुस्तान विरोधी और ब्राह्मण विरोधी आपत्तिजनक नारे लिखे जाने को लेकर छात्र खासा आक्रोशित है. जिसको लेकर शनिवार को सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने हाथों में धार्मिक ध्वज लिए कुलपति आवास के सामने प्रदर्शन व नारेबाजी की. वहीं, इस दौरान बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों व छात्रों के बीच जमकर झड़प हुई.
बताया गया कि जब बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने छात्रों को धार्मिक ध्वज लेकर प्रदर्शन व हवन करने से रोका तो छात्र आक्रोशित हो गए और इस दौरान झड़प की स्थिति उत्पन्न हो गई. छात्रों का आरोप है कि प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने धार्मिक ध्वजों को अपने पैरों तले कूचलकर उन्हें आक्रोशित करने का काम किया. जिसकी छात्रों ने लिखित शिकायत दर्ज कराी है.
बता दें कि छात्रों ने रोजा इफ्तार पार्टी के विरोध में कुलपति आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया था और कुलपति का पुतला फूंक अपना विरोध जाहिर किया था. इतना ही नहीं छात्रों ने वैदिक मंत्रों के साथ गंगाजल से कुलपति आवास को शुद्ध भी किया था.
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छात्र नेता आशीर्वाद दुबे ने बताया कि यह संस्थान महान विभूतियों की है, जहां हिंदू विरोधी गतिविधियों को बढ़ने नहीं दिया जाएगा. यहां देश व ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे जा रहे हैं. साथ ही यहां के कुलपति परिसर में इफ्तार पार्टी आयोजन करते हैं. जिसे गलत ढंग से यहां के जनसंपर्क अधिकारी प्रचारित-प्रसारित कर रहे हैं. वहीं, छात्रों का कहना है कि जब तक कुलपति माफी नहीं मांगेंगे, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.