मेरठः जिले के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कैम्पस में सर छोटूराम इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी संस्थान (SCRIET) स्थित है. इसके इंजीनियरिंग के छात्रों ने एक खास शेर तैयार किया है, जिसे हम मेक इन इंडिया के लोगो के तौर पर भी जानते हैं. लेकिन, इसकी खासियत इसे बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चीजें है. इस शेर को बनाने में 7 कम्प्यूटर और सीपीयू के पार्ट्स लगाए गए हैं. जो स्टूडेंट्स के ज्ञान के साथ-साथ उनके लिए आकर्षण के केंद्र भी बना हुआ है. स्टूंडेट्स यहां आकर सेल्फी भी लेते हैं और इस लोगो में इस्तेमाल किए गए पार्ट्स का असल में किस काम के लिए इस्तेमाल किए जाता है. इसकी भी जानकारी हासिल करते हैं.
सरकार के मेक इन इंडिया की थीम को आगे बढ़ाने के लिए सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज में मेक इन इंडिया के लोगो को इस अनोखे अंदाज में तैयार किया गया है. प्रोफेसर आशुतोष मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के मुताबिक मेक इन इंडिया की थीम पर लगातार कुछ अलग और अनोखा और नया करने का प्रयास देशभर में हो रहा है. इसी कड़ी में इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट में भी मेक इन इंडिया की थीम पर आधारित इस खास शेर को डिजाइन किया गया.
उन्होंने बताया कि कुछ महीनों पहले NAAC की टीम मेरठ आई थी. तब कुलपति ने बच्चों से कुछ अनोखा और नया बनाने के लिए बोला था. इसी श्रंखला में इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स ने इस शेर को तैयार किया. संस्थान में बहुत से सामान काफी समय से बेकार पड़े हुए थे. इन सामान से मेक इन इंडिया के इस खास लोगो को तैयार किया गया. इसमें 7 कम्प्यूटर के पार्ट्स लगाए गए हैं. यह लोगो इतना खूबसूरत बना है कि जो भी इंस्टीट्यूट आता है. वो इस लोगो के साथ सेल्फी जरूर लेता है. साथ ही कम्प्यूटर के किस पार्ट का क्या उपयोग है, वह यह भी सीखता हैं.
प्रोफेसर ने कहा कि जो भी चीज हम इस्तेमाल में नहीं ला सकते, उनको वैज्ञानिक तरीके से प्रयोग में लाकर न सिर्फ युवाओं की रचनात्मकता का पता चलता है, बल्कि इससे हम अपना दिमाग इस्तेमाल कर कई चीजों को आसानी से सीख सकते हैं. अब कोशिश ये हो रही है कि स्टूडेंट्स एक ऐसा शेप तैयार करें जो कि मेक इन इंडिया के सिंबल को तो दर्शाए ही और साथ ही वह मूवमेंट भी कर सके. इस पर भी स्टूडेंट्स को कुछ नया बनाने को निर्देश दिया गया है. इंजीनियरिंग के छात्रों में भी यहां काफी उत्साह देखा जा सकता है. छात्र भी मानते हैं कि इससे उन्हें आत्मनिर्भर होने की सीख मिलती है. छात्रों को कुछ अलग करने की प्रेरणा भी मिल रही है.
ये भी पढ़ेंः सूर्य की बदली चाल बढ़ाएगी गर्मी का प्रकोप, इस दिन से मिलेगी राहत