लखनऊ: वजीरगंज में घर के बाहर खेल रहीं दो मासूम बच्चियों पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया. इन कुत्तों ने बच्ची को कई जगह से बुरी तरह काट खाया. वहीं, बच्ची के रोने की आवाज सुनकर परिजन घर के बाहर आए और बड़ी मुश्किल से उसको कुत्तों से बचाया. आनन-फानन में परिजन बच्ची को अस्पताल ले गए. आवारा कुत्तों के झुंड के हमले से क्षेत्र में लोग डरे सहमे हुए हैं
राजधानी में कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला वजीरगंज थाना क्षेत्र का है. यहां आवारा कुत्तों के झुंड ने दो बच्चियों को बुरी तरह नोच-नोचकर घायल कर दिया. इससे परिधि सोनकर पुत्री दीपू सोनकर 9 वर्षीय और दूसरी बच्ची मिष्टी सोनकर पुत्री रितेश सोनकर 10 वर्षीय जख्मी हो गई. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
बता दें कि वजीरगंज के निवासी दीपू सोनकर मजदूरी करते हैं. मंगलवार शाम को उनकी 9 वर्षीय और उनके भाई रितेश सोनकर की 10 वर्षीय बच्ची घर के बाहर खेल रही थी. तभी अचानक कुछ आवारा कुत्तों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया. जब बच्ची की चीख पुकार सुनकर परिजन घर के बाहर आए तो कुत्ते बच्ची को बुरी तरह नोच रहे थे. ऐसे में परिजनों ने बड़ी मुश्किल से बच्ची को कुत्तों से बचाया. लखनऊ में लगातार कुत्तों के हमले होने से लोगों ने बच्चों का घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है. इतना ही नहीं लोगों द्वारा लाठियां लेकर गलियों में पहरेदारी की जा रही है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि अब भी कई जगह चोरी छिपे पशु काटे जाते हैं और उनके अवशेष खुले में फेंक दिए जाते हैं. इन्हें खाकर कुत्ते हिंसक होते जा रहे हैं. जब उन्हें मांस नहीं मिलता तो वो बच्चों पर हमला कर देते हैं. इनके शिकार तमाम लोग जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगवाने पहुंचते हैं. राजधानी में पिछले 2 महीनों में इस तरीके की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. बावजूद इसके नगर निगम के अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं.
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