कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को एसएससी भर्ती घोटाले (SSC Recruitment Scam) में 28 दिनों तक जेल में रहने के बाद बुधवार को अदालत में वर्चुअली पेश किया गया. एसएससी घोटाला मामले में एक विशेष अदालत ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की न्यायिक हिरासत 14 सितंबर तक बढ़ा दी है.
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A special court extended the judicial custody of former WB minister Partha Chatterjee and Arpita Mukherjee till 14 September in connection with the SSC scam case https://t.co/DjjczJGhOm
— ANI (@ANI) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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प्रेसीडेंसी करेक्शनल होम के सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल अर्पिता मुखर्जी अलीपुर विमेंस करेक्शनल फैसिलिटी में हैं और पार्थ चटर्जी प्रेसीडेंसी करेक्शनल होम में हैं. उम्र और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए, सुधार गृह ने हाल ही में अदालत को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि पार्थ और अर्पिता की वर्चुअल सुनवाई करायी जाए, जिसपर अदालत तैयार हो गई थी. इस बीच, जांच अधिकारियों को कुछ ही दिनों में स्कूल सेवा आयोग (SSC) भर्ती घोटाले में कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है.
एसएससी मामले में अवैध वित्तीय लेनदेन के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता को गिरफ्तार किया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद, कई अन्य लोगों को इस भ्रष्टाचार मामले की समानांतर जांच में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने हिरासत में लिया था. इनमें एसएससी के तत्कालीन सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा और अशोक साहा भी शामिल हैं. सीबीआई अधिकारी पहले ही दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर चुके हैं.