श्रीनगर : जम्मू और कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों पर आतंकवादी हमलों के बीच श्रीनगर पुलिस (Srinagar police) ने प्रवासी मजदूरों से रात में 'खतरनाक इलाकों' में नहीं घूमने और मकानमालिकों से अपने घरों के बाहर सीसीटीवी लगाने का आग्रह किया है (srinagar police advisory on non local labourers).
पुलिस ने उन दावों को भी खारिज कर दिया कि गैर-स्थानीय लोगों को श्रीनगर खाली करने के लिए कहा गया था. या जहां वह नौकरी कर रहे हैं उन संस्थानों ने उनसे सुरक्षित रूप से अपने गृहनगर जाने को कहा था. एक ट्विटर यूजर के दावे का जवाब देते हुए श्रीनगर पुलिस ने कहा, 'यह गलत है.'
पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, 'बाहर के मजदूरों को केवल संवेदनशील इलाकों में रात में नहीं घूमने की सलाह दी जाती है और मकान मालिकों को सीसीटीवी लगाने की सलाह दी जाती है, जहां वे (गैर-स्थानीय) काम करते हैं/रहते हैं.'
गौरतलब है कि अधिकांश हमले दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा और कुलगाम और श्रीनगर में हुए हैं. इस साल जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग में आठ गैर-स्थानीय लोग मारे गए हैं. पुलिस ने यह भी कहा कि 'ये सुरक्षा के लिए नियमित उपाय हैं' और 'हालांकि सर्दियों की शुरुआती होते ही मजदूर हर साल चले जाते हैं.'
सीसीटीवी लगाने के दिए थे निर्देश : अप्रैल में लक्षित हमलों में वृद्धि के मद्देनजर घाटी के उपायुक्तों ने दुकानदारों को अपने प्रतिष्ठानों के बाहर हाई-डेफिनिशन सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश जारी किया था. श्रीनगर पुलिस ने सीसीटीवी लगाने के आदेश का पालन नहीं करने पर दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी.
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