श्रीनगर: कश्मीरियों के खिलाफ झूठ फैलाने और घाटी में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश मामले में अदालत ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है. अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा, जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना और सोशल मीडिया यूजर अमन बाली पर इस संबंध में एक छात्र कार्यकर्ता ने आरोप लगाए हैं.
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी फारूक अहमद भट ने अपने आदेश में सदर थाने के प्रभारी (एसएचओ) को इस मामले में 12 जुलाई तक रिपोर्ट देने को कहा है. आदेश में यह भी लिखा है कि यदि वह (एसएचओ) ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
छात्र कार्यकर्ता ने दाखिल की थी याचिका
एक दिन पहले एक छात्र कार्यकर्ता नासिर खुहमी ने सिरसा, रैना और बाली के खिलाफ मामला दर्ज करने की अपील करते हुए अदालत में याचिका दायर की थी. खुहमी ने वकील के माध्यम से दायर याचिका में दावा किया था, 'सिख महिला की मुस्लिम पुरुष से शादी को लेकर सिरसा, रैना और बाली ने जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने और झूठ फैलाने की कोशिश की है.'
सिरसा समेत कई सिख नेताओं ने हाल ही में श्रीनगर में एक सिख महिला की मुस्लिम से शादी को लेकर कई पत्रकारवार्ताओं को संबोधित किया था.
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