लखनऊ : अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह क्या केंद्र सरकार से नाराज हैं. अपने करीबी संजय राय की जीत के बाद अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ की खेल मंत्रालय द्वारा सदस्यता स्थगित किए जाने के बाद इसकी काफी चर्चा है. बृजभूषण ने रविवार की शाम भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि उनकी नाराजगी इतनी अधिक है कि वह अपने पद से इस्तीफा भी देना चाहते हैं. सियासी गलियारे में बृजभूषण की इस मुलाकात के बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं.
कैसरगंज से सांसद बृजभूषण क्षेत्र में हैं काफी प्रभावी
बृजभूषण शरण सिंह भाजपा के लिए कैसरगंज, बहराइच और गोंडा क्षेत्र में मजबूत नेता हैं. माना जाता है कि लोकसभा चुनाव 2024 में वह कई सीटों पर असरदार हो सकते हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी उनसे सीधी नाराजगी लेकर काफी बड़ा नुकसान कर सकती है. बृजभूषण के खास संजय राय को अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. जिसके बाद खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ की सदस्यता को निलंबित कर दिया. गौरतलब है कि हरियाणा के पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और कई अन्य बड़े नाम बृजभूषण पर आरोप लगाते रहे हैं. इन्होंने न केवल अपने अवार्ड वापसी की घोषणा की है बल्कि खुलकर विरोध दर्ज किया है. साक्षी ने तो अंतरराष्ट्रीय पहलवानी से संन्यास की भी घोषणा कर दी. इसके बाद में खेल मंत्रालय ने अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ की सदस्यता को निलंबित कर दिया और 24 घंटे के भीतर एक कमेटी बनाने का ऐलान किया है.
भाजपा जल्द ही ले सकती है कोई बड़ा फैसला
बृजभूषण शरण सिंह से जुड़े सूत्रों ने बताया कि निश्चित तौर पर इस तरह की कार्यवाही के बाद वे नाराज हैं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. सूत्रों का यहां तक कहना है कि बृजभूषण ने जेपी नड्डा के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश की है. अपने वर्चस्व पर इतने बड़े झटके को लेकर भी तैयार नहीं थे. माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी भी इस संबंध में निकट भविष्य में बड़ा फैसला कर सकती है.