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काेराेना : तमिलनाडु में मतगणना के लिए हाेंगे खास इंतजाम, जानें क्या

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Published : Apr 24, 2021, 9:34 AM IST

कोरोना के बढ़ते मामलाें के बीच इस बार मतगणना में कुछ खास व्यवस्था हाेगी. इस बार वोटों की गिनती कैसे होने वाली है. आइये डालते हैं एक नजर...

गिनती
गिनती

चेन्नई: काेराेना की दूसरी लहर के बीच खतरा लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव की गिनती के लिए भी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था हाेगी.

जानकारी के मुताबिक, वोटों की गिनती 75 मतगणना केंद्रों पर हाेगी. इलेक्ट्रॉनिक मशीनों को सील कर इसकी चाबी जिला निर्वाचन अधिकारी को दी गई है. इस बार मतगणना केंद्रों की 3 तरह से सुरक्षा की जाएगी. खास बात यह है कि इसकी सुरक्षा सीधे चुनाव अधिकारियों के नियंत्रण में रहेगी.

2 मई काे मतगणना हाेगी. इसमें अभी एक सप्ताह का समय बाकी है. मतगणना आम तौर पर सुबह 8 बजे शुरू होती है, लेकिन इस बार सुबह 8.30 बजे शुरू होने की बात कही गई है. जैसा कि मतगणना की पूरी प्रक्रिया सुरक्षा के कई दाैर से हाेकर गुजरेगी, ऐसे में पहले दौर के परिणामों को जानने में 9 घंटे का समय लग सकता है. मतगणना कार्य में शामिल लाेगाें की सुरक्षा काे लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ भी विचार-विमर्श किया गया है. मतगणना केंद्र में माैजूद रहने वालाें काे कोविड -19 टेस्ट कराने का निर्देश दिया गया है, साथ ही 45 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया गया है. यानि इस आयु वर्ग में आने वालाें काे मतगणना कार्य हिस्सा लेने के लिए टीका लेकर आना हाेगा.

हर राउंड की गिनती के दाैरान मास्क, ग्लब्स और काेराेना से बचाव के लिए अन्य जरूरी नियमाें का पालन करना जरूरी है. बैलेट मशीनें और वीवीपैट मशीनें अच्छी तरह सैनिटाइज किये जाएंगे. किसी भी आपात स्थिति के लिए मतगणना केंद्राें के बाहर एम्बुलेंस सहित अन्य आपात वाहनों की व्यवस्था की जाएगी.

बता दें कि पहली बार मतगणना केंद्र के बाहर स्वास्थ्य विभाग और चुनाव आयोग की ओर से इस तरह की व्यापक व्यवस्था की गई है. इसी तरह, पत्रकारों की अनुमति के लिए पत्र भेजा गया है कि पत्रकारों के लिए काेराेना टेस्ट जरूरी है या नहीं.

मतगणना के दिन लगभग 50,000 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात होंगे. मतगणना केंद्रों के सामने बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों द्वारा पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने संबंधी विषय पर डीजीपी त्रिपाठी, मुख्य सचिव राजीव रंजन और मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यप्रदा साहू विचार-विमर्श कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें : पश्चिम बंगाल चुनाव के सातवें चरण के लिए प्रचार मुहिम समाप्त

जानकारी के अनुसार, महावीर जयंती 1 मई को है और 2 मई को मतगणना होगी. संभावना जताई जा रही है कि पिछले चुनावों की तरह इस बार भी नतीजे आने में देर लगेगी.

चेन्नई: काेराेना की दूसरी लहर के बीच खतरा लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव की गिनती के लिए भी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था हाेगी.

जानकारी के मुताबिक, वोटों की गिनती 75 मतगणना केंद्रों पर हाेगी. इलेक्ट्रॉनिक मशीनों को सील कर इसकी चाबी जिला निर्वाचन अधिकारी को दी गई है. इस बार मतगणना केंद्रों की 3 तरह से सुरक्षा की जाएगी. खास बात यह है कि इसकी सुरक्षा सीधे चुनाव अधिकारियों के नियंत्रण में रहेगी.

2 मई काे मतगणना हाेगी. इसमें अभी एक सप्ताह का समय बाकी है. मतगणना आम तौर पर सुबह 8 बजे शुरू होती है, लेकिन इस बार सुबह 8.30 बजे शुरू होने की बात कही गई है. जैसा कि मतगणना की पूरी प्रक्रिया सुरक्षा के कई दाैर से हाेकर गुजरेगी, ऐसे में पहले दौर के परिणामों को जानने में 9 घंटे का समय लग सकता है. मतगणना कार्य में शामिल लाेगाें की सुरक्षा काे लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ भी विचार-विमर्श किया गया है. मतगणना केंद्र में माैजूद रहने वालाें काे कोविड -19 टेस्ट कराने का निर्देश दिया गया है, साथ ही 45 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए टीकाकरण अनिवार्य कर दिया गया है. यानि इस आयु वर्ग में आने वालाें काे मतगणना कार्य हिस्सा लेने के लिए टीका लेकर आना हाेगा.

हर राउंड की गिनती के दाैरान मास्क, ग्लब्स और काेराेना से बचाव के लिए अन्य जरूरी नियमाें का पालन करना जरूरी है. बैलेट मशीनें और वीवीपैट मशीनें अच्छी तरह सैनिटाइज किये जाएंगे. किसी भी आपात स्थिति के लिए मतगणना केंद्राें के बाहर एम्बुलेंस सहित अन्य आपात वाहनों की व्यवस्था की जाएगी.

बता दें कि पहली बार मतगणना केंद्र के बाहर स्वास्थ्य विभाग और चुनाव आयोग की ओर से इस तरह की व्यापक व्यवस्था की गई है. इसी तरह, पत्रकारों की अनुमति के लिए पत्र भेजा गया है कि पत्रकारों के लिए काेराेना टेस्ट जरूरी है या नहीं.

मतगणना के दिन लगभग 50,000 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात होंगे. मतगणना केंद्रों के सामने बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों द्वारा पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने संबंधी विषय पर डीजीपी त्रिपाठी, मुख्य सचिव राजीव रंजन और मुख्य निर्वाचन अधिकारी सत्यप्रदा साहू विचार-विमर्श कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें : पश्चिम बंगाल चुनाव के सातवें चरण के लिए प्रचार मुहिम समाप्त

जानकारी के अनुसार, महावीर जयंती 1 मई को है और 2 मई को मतगणना होगी. संभावना जताई जा रही है कि पिछले चुनावों की तरह इस बार भी नतीजे आने में देर लगेगी.

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