ETV Bharat / bharat

दक्षिण चीन सागर के नियमों पर भारत की प्रतिक्रिया - United Nations Convention on Law of the Sea

भारत ने कहा, इस क्षेत्र के लिए जिन नियमों पर चर्चा हो रही है, उसमें तीसरे पक्ष के बैध हितों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए और यह यूनाइडेट नेशंस कन्वेंशन आन द लॉ आफ सी (UNCLOS) के अनुरूप होना चाहिए.

दक्षिण चीन सागर
दक्षिण चीन सागर
author img

By

Published : Jun 25, 2021, 7:08 AM IST

नई दिल्ली : भारत ने पूर्वी एशिया के एक सम्मेलन में बृहस्पतिवार को दक्षिण चीन सागर में शांति, स्थायित्व तथा नौवहन एवं उड़ान की स्वतंत्रता को बरकरार रखने में अपने हितों को रेखांकित किया.

भारत ने कहा कि इस क्षेत्र के लिए जिन नियमों पर चर्चा हो रही है, उसमें तीसरे पक्ष के वैध हितों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए और यह यूनाइडेट नेशंस कन्वेंशन आन द लॉ आफ सी (UNCLOS) के अनुरूप होना चाहिए.

पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने काटा रॉबर्ट वाड्रा की कार का चालान, लगा जुर्माना

'ईस्ट एशिया सम्मिट सीनियर अफिशियल्स मीटिंग' (EAS SOM) में सचिव (पूर्व) रीवा गांगुली दास, वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शामिल हुईं, जहां उन्होंने यह बयान दिया.

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में बताया कि इस बैठक में ईएएस मंच को और मजबूती प्रदान करने तथा इसे और प्रभावी बनाने पर चर्चा हुई.

(भाषा)

नई दिल्ली : भारत ने पूर्वी एशिया के एक सम्मेलन में बृहस्पतिवार को दक्षिण चीन सागर में शांति, स्थायित्व तथा नौवहन एवं उड़ान की स्वतंत्रता को बरकरार रखने में अपने हितों को रेखांकित किया.

भारत ने कहा कि इस क्षेत्र के लिए जिन नियमों पर चर्चा हो रही है, उसमें तीसरे पक्ष के वैध हितों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए और यह यूनाइडेट नेशंस कन्वेंशन आन द लॉ आफ सी (UNCLOS) के अनुरूप होना चाहिए.

पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने काटा रॉबर्ट वाड्रा की कार का चालान, लगा जुर्माना

'ईस्ट एशिया सम्मिट सीनियर अफिशियल्स मीटिंग' (EAS SOM) में सचिव (पूर्व) रीवा गांगुली दास, वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शामिल हुईं, जहां उन्होंने यह बयान दिया.

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में बताया कि इस बैठक में ईएएस मंच को और मजबूती प्रदान करने तथा इसे और प्रभावी बनाने पर चर्चा हुई.

(भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.