जयपुर. राजस्थान में साइबर क्राइम के लिए कुख्यात मेवाड़ गैंग की एक और बड़ी करतूत का पर्दाफाश करने में एसओजी को बड़ी सफलता मिली है. इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने पर मोटी कमाई का झांसा देकर एक व्यक्ति से 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी की वारदात का खुलासा करते हुए सोमवार को एसओजी ने 7 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जांच में सामने आया कि जिन 31 बैंक खातों में ठगी की रकम जमा करवाई गई थी, उनमें 3 से 15 दिन की अवधि में एक अरब रुपए से भी ज्यादा का ट्रांजेक्शन हुआ है.
31 खातों में 1 करोड़ से अधिक ट्रांसफर : एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ के मुताबिक परिवादी दीपक शर्मा ने 2 मई को एसओजी के साइबर थाने में रिपोर्ट दी कि 1 अप्रैल को उसके वाट्सएप पर एक मैसेज आया, जिसमें इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक कर उसका स्क्रीनशॉट शेयर करने पर प्रतिदिन 3 से 5 हजार रुपए की कमाई करने का प्रस्ताव दिया गया. उसे टेलीग्राम पर बने एक ग्रुप में जोड़कर काम दिया जाने लगा और इंस्टाग्राम पर पोस्ट को लाइक करने पर 50-100 रुपए मिलने लगे. कुछ दिनों तक ये काम करने के बाद शातिर बदमाशों ने उसे कुछ बड़ा काम करने के लिए कहा. वह झांसे में आ गया और शातिर बदमाशों के कहे अनुसार 31 खातों में 1 करोड़ 1 लाख रुपए जमा करवा दिए. इसके बाद उसे अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका है.
7 को किया गया गिरफ्तार : इस पर एसओजी के साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. एसओजी के आईजी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में एसओजी ने सीकर निवासी आनंद नेहरा, रींगस निवासी अभिषेक बाजिया, पीसांगन निवासी रवि साहू और सचिन नामा, सीकर के कटराथल निवासी सचिन ख्यालिया, राजसमंद के तानवान निवासी देवीलाल सुथार और चित्तौड़गढ़ के गुंदली निवासी हरिशंकर जाट को गिरफ्तार किया है. इनकी उम्र 27 से 32 साल के बीच है. एक आरोपी एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है, जबकि बाकी सभी स्नातक हैं.
चित्तौड़ से हो रहा है खातों का संचालन : यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने पर मोटी कमाई का झांसा देकर ठगी के तीन मुकदमें एसओजी के साइबर क्राइम थाने में दर्ज हैं. इनमें एक बात कॉमन हैं कि जिन खातों में रकम ट्रांसफर की जा रही है, वे प्रदेश के अलग-अलग जिलों के निवासी हैं. इन खातों का संचालन चित्तौड़गढ़ इलाके से हो रहे हैं. चित्तौड़गढ़ के आकोला, कपासन, फतहनगर क्षेत्र और आसपास के इलाकों से बड़े पैमाने पर साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. इन इलाकों में जामताड़ा और मेवात इलाके की तरह कई शातिर बदमाश साइबर क्राइम की वारदातों में लिप्त हैं.
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इस तरह एसओजी पहुंची मामले की तह तक : एसओजी की जांच में सामने आया है कि परिवादी से जिन 31 बैंक खातों में ठगी की एक करोड़ से अधिक रकम ट्रांसफर करवाई गई, उनमें 3 से 15 दिन की अवधि में एक अरब से ज्यादा का ट्रांजेक्शन हुआ है. ICICI बैंक के एक खाते में अकाउंट होल्डर आनंद नेहरा के साथ सचिन ख्यालिया और अभिषेक बाजिया ने मिलकर 19 अप्रैल को 5 लाख रुपए लिए. इसी खाते में इस दिन 2.87 करोड़ रुपए अन्य लोगों से ठगी कर ट्रांसफर करवाए गए हैं.
इनसे पूछताछ में सामने आया कि इस खाते के साथ ही करीब 12 खाते उन्होंने पीसांगन निवासी रवि साहू और सचिन नामा को दिए हैं. इन दोनों ने एसओजी को बताया कि सभी 12 खातों के दस्तावेज उन्होंने देवीलाल सुथार को दिए हैं. उसने पूछताछ में बताया कि वह लंबे समय से नौजवानों के खाते खुलवाकर उनके दस्तावेज हासिल कर हरिशंकर जाट को दे रहा है. इसके एवज में वह हरिशंकर ने उसे करीब चार लाख रुपए दिए हैं. इस तरह सिलसिलेवार कड़ियां जोड़कर एसओजी ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.