रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज पल-पल बदल रहा है. उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अभी भी बर्फबारी का दौर जारी है. वहीं विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में शीतकाल के बाद अभी तक द्वितीय चरण के कार्य शुरू नहीं हो पाये हैं. धाम में पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने में मौसम बाधक बना हुआ है. आये दिन शाम के समय बारिश के अलावा बर्फबारी होने से पुनर्निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं. हालांकि मजदूरों ने केदारनाथ तक पैदल मार्ग से बर्फ हटा दी है और द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों को करने के लिये मजदूर भी केदारनाथ पहुंच गये हैं.
मजदूर कर रहे बर्फ साफ: गौर हो कि 25 अप्रैल से केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू हो रही है. यात्रा शुरू होने से पहले केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग से बर्फ हटा दी गई है और पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के अलावा इंसानों की आवाजाही शुरू हो गई है. 15 जनवरी से ही धाम में बंद पड़े द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्यों को करने के लिये मजदूरों की टीम भी केदारनाथ में है. लेकिन धाम में इन दिनों मौसम खराब चल रहा है. शाम के समय बर्फबारी के अलावा बारिश भी हो रही है. इस कारण द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं. जो मजदूर केदारनाथ पहुंचे हैं, वह फिलहाल धाम में ही बर्फ को साफ करने का कार्य कर रहे हैं.
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बर्फबारी से पुनर्निर्माण कार्य हो रहे बाधित: यदि धाम में मौसम साथ देता है तो तीर्थ पुरोहितों के लिये घर, चिकित्सालय, मंदिर समिति के लिये आवास, आस्था पथ, घाटों का निर्माण, प्रशासनिक भवन आदि द्वितीय चरण के निर्माण कार्य शुरू किये जाएंगे. फिलहाल कार्यों को दोबारा शुरू करने में मौसम बाधक बना हुआ है. रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि 15 जनवरी से द्वितीय चरण के निर्माण कार्य बंद पड़े हुये हैं. मजदूरों की टीम केदारनाथ पहुंच चुकी है, लेकिन सुबह से सायं तक बारिश व हल्की बर्फबारी हो रही है, जिस कारण कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं. कहा कि केदारनाथ धाम तक बर्फ हटा दी गई है. मंदिर समिति की टीम भी केदारनाथ का जायजा ले चुकी है. इसके अलावा पुनर्निर्माण कार्य करने वाली कंपनी के 200 मजदूर भी धाम पहुंच चुके हैं. मौसम साफ होते ही कार्य शुरू कर दिये जाएंगे.