रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): हिमालयी क्षेत्रों में मौसम खराब है. कई जगह बारिश के बाद बर्फबारी का दौर शुरू हो चुका है. जबकि कई क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप भी देखा जा रहा है. हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट भी दर्ज की गई है. उधर विश्व विख्यात केदारनाथ धाम समेत तृतीय केदार तुंगनाथ में भी जमकर बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के चलते केदारनाथ धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य फिलहाल बाधित हो गए हैं. धाम में एक फीट से अधिक बर्फ जमी चुकी है.
मौसम विभाग ने हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया था. मौसम विभाग का पूर्वानुमान सच साबित हुआ है. केदारनाथ धाम समेत सभी हिमालयी क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है. हिमालयी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर निचले क्षेत्रों में देखा गया. निचले क्षेत्रों में अब ठंड का अत्यधिक प्रकोप बढ़ गया है. केदारनाथ धाम और तुंगनाथ धाम में एक फीट से अधिक बर्फ जमी है. बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य फिलहाल बाधित हो गए हैं. धाम में 500 से अधिक मजदूर अभी भी मौजूद हैं. केदारनाथ धाम में अब लगातार मौसम खराब रहने की संभावनाएं हैं. ऐसे में धाम में चल रहे कार्य फिलहाल बंद हो सकते हैं.
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औली में पर्यटकों ने उठाया बर्फबारी का लुत्फ: वहीं, बीते दिन चमोली के क्रीड़ा स्थल औली में भी बर्फबारी देखने को मिली. जहां पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया. बर्फबारी की सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में पर्यटक भी औली का रुख करने लगे हैं. इस कारण क्षेत्र में कई होटल, लॉज और होम स्टे संचालकों को बुकिंग मिलनी शुरू हो चुकी है. होटल व्यवसायियों का कहना है कि बर्फबारी के कारण औली और जोशीमठ का शीतकालीन पर्यटन कारोबार फिर से पटरी पर वापस लौट आया है. उधर क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले बर्फबारी से पर्यटकों के साथ ही पर्यटन कारोबारी भी काफी खुश नजर आ रहे हैं.