छिंदवाड़ा। राहुल गांधी को अमेठी मे मात देने के बाद अब स्मृति इरानी एमपी के छिंदवाड़ा में कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा में कमल खिलाने की तैयारी कर रही हैं. जनआर्शीवाद यात्रा मे छिंदवाड़ा आ रही स्मृति इरानी यहां कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगी. इसके अलावा अमेठी में बीजेपी को जीत दिलाने चुनाव संचान कर चुके बीजेपी के एक पूर्णकालिक नेता की भी छिंदवाड़ा में तैनाती की गई है, ये 2024 के चुनाव तक छिंदवाड़ा में रहेंगे.
अमेठी के रणनीतिकार छिंदवाड़ा में तैनात: पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बीजेपी कमल खिलाने के लिए पूरी तैयारी कर रही है, एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, डॉक्टर एल मुरूगन, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे नेताओं को छिंदवाड़ा की जिम्मेदारी दी गई, उसके बाद अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी में राहुल गांधी को चुनाव हराने की रणनीति कार्यकर्ताओं से साझा करेंगी. सबसे खास बात यह है कि अमेठी चुनाव का संचालन कर चुके रणनीतिकार और संघ के वरिष्ठ नेता अशोक यादव को भाजपा ने छिंदवाड़ा में लोकसभा विस्तारक बनाकर भेजा है, जो विधानसभा चुनाव के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव तक छिंदवाड़ा में रहेंगे और चुनाव संचालन करेंगे.
16 सितंबर को छिंदवाड़ा में स्मृति ईरानी लेंगी बैठक: कमलनाथ का अभेद किला कहे जाने वाले छिंदवाड़ा को जीतने के लिए बीजेपी अब कार्यकर्ताओं और जनता यह बताने का प्रयास कर रही है कि जब कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को उनके ही घर अमेठी में हराया जा सकता है, तो छिंदवाड़ा में कमलनाथ को भी मात दी जा सकती है. भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने बताया है कि "जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी 16 सितंबर को छिंदवाड़ा पहुंचेंगी और वे कार्यकर्ताओं की बैठक के साथ ही एक आमसभा को भी संबंधित करेंगी." इसी रणनीति के तहत स्मृति ईरानी कार्यकर्ताओं को बैठक चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगी, इस सभा के जरिए मैसेज दिया जाएगा कि गांधी परिवार की सबसे सुरक्षित सीट अमेठी को भी बीजेपी जीत सकती है तो छिंदवाड़ा को क्यों नहीं.
पांढुर्णा को जिला बनाने का ट्रंप कार्ड: भारतीय जनता पार्टी ने छिंदवाड़ा जिले की दो विधानसभा पांढुर्णा और सौसर में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है और उसके बाद पांढुर्णा को जिला बनाने के लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का ट्रंप कार्ड कहा जा रहा है कि कहीं ना कहीं इससे कमलनाथ की रणनीति फेल होगी. इसके साथ ही जिन दो विधानसभाओं में बीजेपी ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, वहां पर भाजपा ने प्रचार भी शुरू कर दिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के नेता सीटी रवि और राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार सौसर और पांढुर्ना में लगातार कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर चुनावी रणनीति तैयार कर रहे हैं.
कमलनाथ भी तैयारी में, कथाओं के जरिए कर चुके प्रचार: बीजेपी की घेराबंदी का पूर्व सीएम कमलनाथ भी बखूबी जवाब दे रहे हैं, कमलनाथ ने बीजेपी के तर्ज पर हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए पहले बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा कराकर लाखों लोगों के बीच छिंदवाड़ा के विकास मॉडल को प्रस्तुत किया, तो वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के जरिए जनता को बताने का प्रयास किया कि वे छिंदवाड़ा की जनता के लिए हमेशा धर्म और कर्म के साथ-साथ विकास के लिए भी तत्पर हैं.