जम्मू : जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 20 अप्रैल को सेना के एक वाहन पर हुए हमले में शामिल हमलावर अभी भी फरार हैं. इस बीच एक धार्मिक मौलवी, सरकारी कर्मचारी और 4 अन्य को पुलिस ने हिरासत में लिया है. उनसे इस संबंध में पूछताछ की जा रही है.
पुंछ आतंकी हमले (Poonch attack) में शामिल आतंकवादियों के साथ संबंध होने के संदेह में मदरसा, मरकज-उल-मरिफ के मौलवी मंजूर को जम्मू शहर के बठिंडी इलाके से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान, पुंछ स्थित मौलवी मंजूर का नाम कथित तौर पर आतंकवादियों और सीमा पार से संबंध रखने के लिए सामने आया.
जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि पुंछ आतंकी हमले में कुछ स्थानीय लोगों ने सहयोग दिया था. पुलिस प्रमुख ने कहा था कि हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को आश्रय दिया गया था और फिर हमले को अंजाम देने के लिए परिवहन मुहैया कराया गया था.
डीजीपी ने कहा था कि 'आतंकियों ने इलाके की रेकी की थी. उन्होंने सेना के वाहन को उस समय निशाना बनाया जब वह एक मोड़ पर लगभग जीरो स्पीड से यात्रा कर रहा था. शुरुआती जांच से पता चलता है कि राजौरी-पुंछ इलाके में 9 से 12 विदेशी आतंकी सक्रिय हो सकते हैं.
गौरतलब है कि पुंछ जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर भीमबेर गली से संगीओत जा रहे सेना के एक वाहन पर आतंकवादी हमला हुआ था. इस हमले में वाहन में आग लगने से सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे और एक गंभीर रूप से घायल हो गया था.
पढ़ें : पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास से पीओके के पिता-पुत्र पकड़े गए