हैदराबाद: चुनाव आचार संहिता लागू होते ही पुलिस ने जगह-जगह चेकपोस्ट बनाकर चेकिंग शुरू कर दी. चेक पोस्ट का मुख्य उद्देश्य चुनाव में धन के प्रभाव को कम करना और उम्मीदवारों को मतदाताओं को लुभाने से रोकना है. इस क्रम में शनिवार तक राज्य भर में 377 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी. यह रकम बहुत बड़ी है.
उल्लेखनीय है कि जब्त की गई धन राशि में किसी राजनेता का पैसा नहीं है. यह एक चर्चा का विषय बन गया है. कहा जा रहा है कि जब्त किए गए पैसे आम लोगों और व्यापारियों के हैं. लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ दिखावे के लिए है. व्यवसायियों का आरोप है कि उचित कागजात दिखाने के बाद भी उनकी नकदी और आभूषण जब्त किए जा रहे हैं.
दरअसल वही संपत्ति जब्त की जानी चाहिए जिसके उचित सबूत न दिखाए जाएं. यदि आप 50 हजार रुपये से अधिक नकदी ले जा रहे हैं, तो यह कहां से निकाला गया और किसके खाते से निकाला गया, जैसे विवरण होना पर्याप्त है. आभूषणों की खरीद रसीदें दिखायी जानी चाहिए. यह सब दिखाने के बावजूद इसे जब्त किया जा रहा है, जिसकी आलोचना हो रही है.
उनका कहना है कि अगर सारे सबूत हैं तो वे 24 घंटे के अंदर इसे लौटा देंगे. आम लोगों को पूरी प्रक्रिया पूरी करने में मशक्कत करनी पड़ रही है. इस महीने की 9 तारीख को चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद 28 तारीख तक 136.09 करोड़ रुपये की नकदी, 162.07 करोड़ रुपये के सोने के गहने, 28.84 करोड़ रुपये की शराब, 18.18 करोड़ रुपये की दवाएं शामिल हैं. राज्य में 32.49 करोड़ रुपये के मटेरियल जब्त किये गये.