चंडीगढ़: सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. गायक की हत्या की साजिश लॉरेंस गैंग के पांच सदस्यों ने रची थी जिसमें लॉरेंस के अलावा कनाडा से गैंगस्टर गोल्डी बराड़, सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई और दुबई से गैंगस्टर बिक्रम बराड़ भी शामिल था. साजिश में अनमोल बिश्नोई और सचिन थापन ने अहम भूमिका निभाई, जो द्धू मूसेवाला की रेकी करने से लेकर उन्हें मारने तक पांचों गैंगस्टर को गाइड कर रहा था. लॉरेंस से पूछताछ के बाद यह बात सामने आई है.
बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर में मारने का प्लान: यह भी खुलासा हुआ है कि लॉरेंस के गिरोह की सिद्धू मूसेवाला से इतनी दुश्मनी थी कि उसने सिद्धू को बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर में ही हत्या करने की साजिश रची थी. इसलिए सिद्धू की हत्या में रूसी हथियार AN94 का इस्तेमाल किया गया. इस हथियार के तेजी से फायरिंग से बुलेटप्रूफ ग्लास को भी बेअसर किया जा सकता है. सिद्धू मूसेवाला की फॉर्च्यूनर की बुलेटप्रूफ के स्तर का पता लगाने के लिए कुछ गैंगस्टर जालंधर भी गए थे, जहां उन्होंने फॉर्च्यूनर को बुलेटप्रूफ करवाने के बहाने कंपनी से इसका पता लगाया. हालांकि, पंजाब पुलिस ने अभी औपचारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है.
पंजाब पुलिस को 4 शॉर्प शूटर की तलाश: पंजाब पुलिस सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में 4 शॉर्प शूटर की तलाश कर रही है. इनमें हरियाणा के सोनीपत से एक वयोवृद्ध सैनिक अंकित सेरसा भी शामिल है. वहीं मोनू डागर ने भी हत्या में अपनी संलिप्तता की पुष्टि की है. यह वही आदमी है जिसने हत्याकांड की पूरी व्यवस्था की थी. इसके अतिरिक्त अन्य दो शॉर्प शूटर अमृतसर के जगरूप सिंह रूपा और मोगा के मनु कुस्सा हैं.
मामले में पंजाब पुलिस तिहाड़ जेल से लाए गए लॉरेंस से पूछताछ कर रही है. अब लॉरेंस और पहले गिरफ्तार किए गए 10 संदिग्धों से आमने-सामने पूछताछ की जाएगी. पुलिस ने लॉरेंस के सामने गोल्डी बराड़ के साले से भी पूछताछ की है, जिसके बाद पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं.