हैदराबाद: धार्मिक समरसता की मिसाल के तौर पर राम और सीता का विवाह दरगाह में कराया गया. आपको यह सुनने में काफी हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह पूरी तरह से सच है. सीताराम के विवाह महोत्सव में हिंदुओं और मुसलमानों दोनों ने भाग लिया, जो भद्राद्री कोठागुडेम इलांदु में एक नेत्र उत्सव के रूप में आयोजित किया गया था. धार्मिक सद्भाव के प्रतीक के रूप में इस वर्ष भी दरगाह में सीताराम कल्याणम का आयोजन किया गया.
पिछले 40 वर्षों से हज़रत नगुल मीरा उर्सु उत्सव भद्राद्री कोठागुडेम जिले इलन्दु में सत्यनारायणपुरम के पास मनाया जा रहा है. इसी क्रम में श्री रामनवमी उत्सव भी उसी भव्यता के साथ मनाया जा रहा है. बिना किसी जाति या पंथ के भेद के यहां पूजा कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. दरगाह में सभी इंसान एक समान होने की बात कहकर पूजा के कार्यक्रम किए जा रहे हैं. हिंदू और मुसलमान दोनों हजरत नागुल मीरा मनाते हैं और हर साल श्री रामनवमी मनाते हैं.
हर साल श्री रामनवमी त्योहार के दिन दरगाह में भगवान राम और सीता का कल्याणम किया जाता है. एक और विशेषता यह है कि इस दरगाह के पुजारी (मलिक) भी हिंदू हैं. प्रत्येक वर्ष ब्राह्मण पुजारियों द्वारा परंपरा के अनुसार मंगला वाद्यों के बीच सीता-राम का कल्याणम उत्सव मनाया जाता है. यहां शुक्रवार को सीता-राम के राज्याभिषेक समारोह के आयोजन की तैयारी की जा रही है.
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एक अन्य घटना में मुस्लिम भाइयों ने खम्मम जिले के तल्लादा में श्री रामनवमी समारोह में भाग लिया और एकजुटता दिखाई. मंडल परिषद के सह विकल्प सदस्य ईसुब दंपत्ति ने रेशमी वस्त्र व तालम्बरालू भेंट किया. श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में आयोजित सीताराम कल्याणम में भारी संख्या में भक्तों ने भाग लिया.