नई दिल्ली : लखीमपुर खीरी कांड के बाद से विपक्ष लगातार केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा मांग रहा है. अब शिवसेना ने बीजेपी से पूछा है कि अगर बीजेपी विपक्ष में होती तो क्या करती, क्या बीजेपी मंत्री का इस्तीफा नहीं मांगती? इस बारे में शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत (Shiv Sena MP Arvind Sawant) का कहना है की यह एक बड़ी घटना है और इस मामले में सरकार को ऐसे पद पर बैठे व्यक्ति का इस्तीफा लेना चाहिए और फिर भी उन्होंने गृह राज्य मंत्री का पद संभाला हुआ है.
शिवसेना का कहना है कि एसआईटी ने खुद कहा है कि इस मामले को साजिश के तहत अंजाम दिया गया था और ऐसे में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र सीधे-सीधे दोषी हैं. यही नहीं पिछले दिनों उन्होंने मीडिया के साथ भी बदसलूकी की, ऐसे में विपक्ष यह जानना चाहता है कि आखिर मजबूरी क्या है कि सरकार उनका इस्तीफा नहीं ले रही. वहीं शिवसेना ने यह सवाल किया कि क्या वजह कि सरकार उनसे इस्तीफा नहीं ले रही .
उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि विपक्ष संसद नहीं चलने दे रहा, यदि आप देखें तो पिछले दिनों लोकसभा सुचारू रूप से चल रही थी लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण पद पर जो व्यक्ति बैठा रहेगा तो ऐसे में निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती और जांच की निष्पक्षता के लिए उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर सरकार को उनका इस्तीफा ले लेना चाहिए.
सावंत का कहना है कि जब तक सरकार इस्तीफा राज्यमंत्री का नहीं लेती तब तक संसद में काम होना मुश्किल है क्योंकि यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार की जवाबदेही होना जरूरी है.
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इस सवाल पर कि लगातार संसद में गतिरोध चल रहा है और सभी विधाई कार्य ठप पड़े हैं या फिर जो बिल भी पास हो रहे हैं वह भी बिना विपक्ष के, जो कि एक लोकतंत्र में सही बात नहीं है. इस पर सांसद सांवत ने कहा कि इसमें गलती विपक्ष की नहीं बल्कि सरकार की है यदि सरकार उनकी मांगें सुन लेती है जिसकी पूरा विपक्ष मिलकर यह मांग कर रहा है तो ऐसे में संसद का काम सुचारू रुप से चल सकता है.