ETV Bharat / bharat

अकालियों ने लहराया जीत का परचम, बादल बोले- कांग्रेस, भाजपा, AAP का जोर काम न आया

DSGMC में शिरोमणी अकाली दल बादल ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर हैट्रिक जमाई है. हालांकि, पार्टी के प्रमुख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा चुनाव हार गए. इसके बावजूद अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने जीत का सहरा सरदार हरमीत सिंह कालका और सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा के सिर ही बांधा.

shiromani
shiromani
author img

By

Published : Aug 25, 2021, 11:38 PM IST

नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) चुनावों में अकालियों ने एक बार फिर जीत का परचम लहरा दिया है. शिरोमणि अकाली दल बादल खेमे ने बहुमत हासिल कर 46 में से 27 से ज़्यादा सीटों पर जीत का दावा किया. शिरोमणि अकाली दल दिल्ली 14 तो, जागो 3 पर सिमट गई.

चुनाव में एक सीट पंथक अकाली दल को, तो एक निर्दलीय के हिस्से में आई. खास बात रही कि शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख नेता और मौजूदा समय में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा सीट नहीं बचा पाए.

सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना में 9 बजे के बाद से ही स्थिति साफ होने शुरू हो गई थी. ग्रेटर कैलाश से जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने सबसे पहले जीत दर्ज की, लेकिन उनकी पार्टी बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. खबर लिखे जाने तक गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय की ओर से हर सीट के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन कई सीटों पर जागो का प्रदर्शन निराशाजनक रहा.

शिरोमणी अकाली दल बादल ने चुनाव जीता

उधर, शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ने 14 सीटों के अलावा पंजाबी बाग की प्रमुख सीट कब्जे में कर ली. यहां से सरदार हरविंदर सिंह सरना 500 से ज्यादा वोट से जीत गए. कई जगह पर उम्मीदवारों ने शुरुआत अच्छी की, लेकिन नतीजे आने तक पिछड़ गए. इसी पार्टी के खुरेजी खास से उम्मीदवार हरजिंदर कौर जग्गा सबसे अधिक वोटों की मार्जिन 1,160 वोट से जीते.

शिरोमणि अकाली दल बादल खेमे ने लगातार तीसरी बार बहुमत हासिल तो किया ही, साथ ही ये भी साबित कर दिया कि संगत को अब भी पार्टी पर भरोसा है. सरदार सुखबीर सिंह बादल ने जीत का सेहरा दिल्ली के पार्टी के नेता सरदार हरमीत सिंह कालका और सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा के सिर ही बांधा. उन्होंने ये भी ऐलान किया कि सिरसा को चुनाव हारने के बाद नॉमिनेट मेंबर बनाकर कमेटी में भेजा जाएगा.

इस दौरान, शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने केंद्र सरकार समेत अन्य विपक्षी दलों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस तीनों ही दल शिरोमणि अकाली दल को हराने में लगे थे, लेकिन एक बार फिर संगत की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली यूनिट पूरी तरह से जागो पार्टी को समर्थन दे रही थी. इसके बावजूद पार्टी 2-3 सीटों पर ही सिमट कर रह गई.

डीएसजीएमसी चुनाव परिणाम
डीएसजीएमसी चुनाव परिणाम

उधर सरना खेमे को पूरी तरह से कांग्रेस का समर्थन था. यहां कैप्टन अमरिंदर सिंह से सलाह मिल रही थी, लेकिन क्या हुआ, वो सबके सामने हैं. दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी पर उन्होंने आरोप लगाए. कहा कि पहली बार ऐसा देखने को मिला, जबकि वैध वोटों को भी रद्द किया गया. बादल ने दावा किया कि दिल्ली में संगत की सेवा का प्रयास जारी रहेगा. उन्होंने अपने नेताओं से कहा कि वो पूरा मन लगाकर सेवा करें और विरोधियों से बिल्कुल न डरें.

यह भी पढ़ें-जातीय जनगणना का लालू ने किया समर्थन, कहा- नीतियां और बजट बनाने में मिलेगी मदद

बता दें कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में 9 को-ओप्टेड मेम्बर होते हैं. इनमें 2 दिल्ली की सिंह सभाओं के होते हैं. 1 शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से, 4 तख़्तों और 2 ऐसे सिख होते हैं जो किसी वजह से चुनाव नहीं लड़े/लड़ना चाहते, लेकिन उनकी सेवाएं कमेटी को चाहिए. इस तरह कुल 55 सदस्य दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का हिस्सा होते हैं.

नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) चुनावों में अकालियों ने एक बार फिर जीत का परचम लहरा दिया है. शिरोमणि अकाली दल बादल खेमे ने बहुमत हासिल कर 46 में से 27 से ज़्यादा सीटों पर जीत का दावा किया. शिरोमणि अकाली दल दिल्ली 14 तो, जागो 3 पर सिमट गई.

चुनाव में एक सीट पंथक अकाली दल को, तो एक निर्दलीय के हिस्से में आई. खास बात रही कि शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख नेता और मौजूदा समय में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा सीट नहीं बचा पाए.

सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना में 9 बजे के बाद से ही स्थिति साफ होने शुरू हो गई थी. ग्रेटर कैलाश से जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने सबसे पहले जीत दर्ज की, लेकिन उनकी पार्टी बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. खबर लिखे जाने तक गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय की ओर से हर सीट के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन कई सीटों पर जागो का प्रदर्शन निराशाजनक रहा.

शिरोमणी अकाली दल बादल ने चुनाव जीता

उधर, शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ने 14 सीटों के अलावा पंजाबी बाग की प्रमुख सीट कब्जे में कर ली. यहां से सरदार हरविंदर सिंह सरना 500 से ज्यादा वोट से जीत गए. कई जगह पर उम्मीदवारों ने शुरुआत अच्छी की, लेकिन नतीजे आने तक पिछड़ गए. इसी पार्टी के खुरेजी खास से उम्मीदवार हरजिंदर कौर जग्गा सबसे अधिक वोटों की मार्जिन 1,160 वोट से जीते.

शिरोमणि अकाली दल बादल खेमे ने लगातार तीसरी बार बहुमत हासिल तो किया ही, साथ ही ये भी साबित कर दिया कि संगत को अब भी पार्टी पर भरोसा है. सरदार सुखबीर सिंह बादल ने जीत का सेहरा दिल्ली के पार्टी के नेता सरदार हरमीत सिंह कालका और सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा के सिर ही बांधा. उन्होंने ये भी ऐलान किया कि सिरसा को चुनाव हारने के बाद नॉमिनेट मेंबर बनाकर कमेटी में भेजा जाएगा.

इस दौरान, शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने केंद्र सरकार समेत अन्य विपक्षी दलों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस तीनों ही दल शिरोमणि अकाली दल को हराने में लगे थे, लेकिन एक बार फिर संगत की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली यूनिट पूरी तरह से जागो पार्टी को समर्थन दे रही थी. इसके बावजूद पार्टी 2-3 सीटों पर ही सिमट कर रह गई.

डीएसजीएमसी चुनाव परिणाम
डीएसजीएमसी चुनाव परिणाम

उधर सरना खेमे को पूरी तरह से कांग्रेस का समर्थन था. यहां कैप्टन अमरिंदर सिंह से सलाह मिल रही थी, लेकिन क्या हुआ, वो सबके सामने हैं. दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी पर उन्होंने आरोप लगाए. कहा कि पहली बार ऐसा देखने को मिला, जबकि वैध वोटों को भी रद्द किया गया. बादल ने दावा किया कि दिल्ली में संगत की सेवा का प्रयास जारी रहेगा. उन्होंने अपने नेताओं से कहा कि वो पूरा मन लगाकर सेवा करें और विरोधियों से बिल्कुल न डरें.

यह भी पढ़ें-जातीय जनगणना का लालू ने किया समर्थन, कहा- नीतियां और बजट बनाने में मिलेगी मदद

बता दें कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में 9 को-ओप्टेड मेम्बर होते हैं. इनमें 2 दिल्ली की सिंह सभाओं के होते हैं. 1 शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से, 4 तख़्तों और 2 ऐसे सिख होते हैं जो किसी वजह से चुनाव नहीं लड़े/लड़ना चाहते, लेकिन उनकी सेवाएं कमेटी को चाहिए. इस तरह कुल 55 सदस्य दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का हिस्सा होते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.