अहमदाबाद : गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के पास समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों की कई नौकाएं डूब गई हैंं. साथ ही 10 से 15 मछुआरे लापता हो गए हैं. बताया जा रहा है कि भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कुछ नाव समुद्र में डूब गई हैं. 10-15 मछुआरों के लापता होने की सूचना है. सूत्रों के मुताबिक, चार मछुआरे तट पर लौट आए हैं.
वहीं, नौकाओं के डूबने की सूचना मिलने के बाद भारतीय तटरक्षक बल ने खोज और बचाव अभियान शुरू किया.
जानकारी के अनुसार, गिर सोमनाथ में बीती रात से तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश हो रही है. बुधवार को खराब मौसम के पूर्वानुमान के बाद मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई थी.
उना तालुका के मामलातदार (राजस्व अधिकारी) आरआर खांभरा ने बताया कि लापता मछुआरों को खोजने के लिए गुरुवार सुबह तटरक्षक बल के एक हेलीकॉप्टर की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि तट पर खड़ी कम से कम 10 नौकाएं पूरी तरह से नष्ट हो गईं और 40 अन्य नौकाएं तूफानी मौसम के कारण आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं.
खांभरा ने बताया, मौसम में आए बदलाव के कारण नवाबंदर गांव के पास आधी रात के बाद तेज हवाएं चलीं और समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगीं. शुरू में 12 मछुआरे लापता हुए थे लेकिन उनमें से चार तैरकर किनारे पर आ गए, जबकि आठ का अभी तक कोई पता नहीं है. तटरक्षक बल द्वारा भेजे गए एक हेलीकॉप्टर की मदद से हमने बचाव अभियान शुरू कर दिया है.
नवाबंदर के सरपंच सोमवर मजीठिया के अनुसार, जब मौसम में अचानक आए बदलाव के बाद आधी रात के आसपास तेज हवाएं चलीं और ऊंची लहरें उठने लगीं, उस वक्त मछुआरे तट के पास ठहरी हुई नौकाओं में सो रहे थे.
मजीठिया ने बताया, आधी रात के बाद आंधी जैसे हालात बने. हमें पता चला है कि खराब मौसम के कारण तट के पास नावों के नष्ट हो जाने और डूब जाने के बाद से आठ मछुआरे लापता हैं. तेज हवाओं के बीच 10 नौकाएं पूरी तरह से नष्ट हो गईं, लगभग 40 अन्य नौकाओं को भी नुकसान पहुंचा.
महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में बुधवार से बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके साथ मछुआरों के लिए पांच दिन की चेतावनी जारी की गई है.
मौसम विभाग ने बुधवार को जानकारी दी थी कि अरब सागर में बने निम्न दबाव के क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मुंबई, इसके उपनगरीय इलाकों और उत्तरी और मध्य महाराष्ट्र तथा गुजरात के दक्षिणी हिस्से में बुधवार को बारिश हुई.
मौसम विभाग ने बताया कि दो दिसंबर तक बारिश का यह दौर जारी रहने का अनुमान है.
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आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख सती देवी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क से भूमध्यसागरीय क्षेत्र में एक चक्रवाती प्रवाह उत्पन्न होता है. इस वजह से उत्तर भारत में बारिश और बर्फबारी होती है. उन्होंने कहा, इन दो मौसमी प्रणालियों के कारण बुधवार को गुजरात, उत्तर मध्य महाराष्ट्र और उत्तरी कोंकण में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना है. बारिश दो दिसंबर को भी जारी रहने का अनुमान है.