जम्मू : जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से पूर्व जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में कई प्रतिनिधिमंडलों ने मुलाकात की और अपने-अपने क्षेत्रों में जन कल्याण और विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया.
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि विधान परिषद के पूर्व सदस्य (एमएलसी) सुरिंदर चौधरी ने नौशेरा और सुंदरबनी के सीमावर्ती निवासियों और आदिवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सिन्हा से भेंट की और सरहाद पार से होने वाली गोलाबारी में लोगों के जीवन की रक्षा के लिए व्यक्तिगत और सामुदायिक सीमा बंकरों के निर्माण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की.
उन्होंने कहा कि चौधरी ने सीमावर्ती गांवों में विशेष पुलिस भर्ती आयोजित करने, केंद्रीय विद्यालय या सेना स्कूल खोलने, राजपुर भाटा में पुल के निर्माण के अलावा आंतरिक सड़कों को चौड़ा करने और उप-जिला अस्पताल में बुनियादी ढांचे के उन्नयन की भी मांग की है.
प्रवक्ता ने बताया कि इसी तरह, रामनगर से विधानसभा के पूर्व सदस्य रणबीर सिंह पठानिया ने उपराज्यपाल से मुलाकात की और सार्वजनिक महत्व के विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला और बताया कि सिंह ने इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में क्रांतिकारी सुधारों और लोगों के अनुकूल उपायों की शुरुआत करने के लिए प्रशासन को बधाई दी है. पूर्व एमएलसी एस चरणजीत सिंह खालसा ने सिख प्रतिनिधिमंडल के साथ सिन्हा को एक ज्ञापन सौंपा था. इसमें 1947 के शरणार्थी के लिए आर्थिक पैकेज के तहत छूट गए 5300 परिवारों को शामिल करने, उन शिविरों या बस्तियों में भूमि के छोटे भूखंडों का मालिकाना हक देना, जिन पर विस्थापित परिवारों ने मकान बनाए हैं, सिख विरासत स्थलों का संरक्षण और सुधार समेत सिख समुदाय से संबंधित अन्य मांगे शामिल हैं.
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प्रवक्ता ने बताया कि इसी तरह, राजौरी के एक अन्य प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मंत्री चौधरी जुल्फकार अली के नेतृत्व में उपराज्यपाल मुलाकात की और उनसे संबंधित मुद्दों से उन्हें अवगत कराया. उपराज्यपाल ने सभी प्रतिनिधिमंडलों को धैर्यपूर्वक सुना और उन्हें उनके सभी वास्तविक मुद्दों और मांगों की समीक्षा करने का आश्वासन दिया ताकि उनके कल्याण के लिए सही तरीके से प्रभावी उपाय किए जा सकें. डेंटल सर्जन एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल कौल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने भी उपराज्यपाल से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की है.
(पीटीआई-भाषा)