चंडीगढ़ : कोरोना की भयावहता को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त करवा दी गई है लेकिन कर्मी काम पर नहीं लौट रहे हैं. अब इसका संज्ञान लेते हुए एनएचएम के एमडी कुमार राहुल ने सभी डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखा है.
एनएचएम के एमडी कुमार राहुल ने सख्त रुख अपनाते हुए लिखा है कि जो कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं आए हैं, उन्हें बर्खास्त कर दिया जाए. ऐसे कर्मचारियों की संख्या लगभग एक हजार है. सोमवार की शाम तक जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार हड़ताली कर्मचारी वापस नहीं आए थे. इसके बाद कर्मचारियों की सेवाओं को रद्द करने का आदेश जारी किया गया है.
1000 प्रतिदिन मिलेगा मानदेय
सिविल सर्जनों को निर्देश दिया गया है कि रिक्त पदों पर रखे जाने वाले कर्मचारियों की 15 दिनों के लिए तैनाती की जाए. स्टाफ नर्स, लैब तकनीशियन और फार्मासिस्ट के लिए 1000 रुपये प्रतिदिन का मानदेय निर्धारित किया गया है. साथ ही तय किया गया है कि तीन दिन कार्य करने के बाद ही मानदेय का भुगतान किया जाए.
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जिला आपदा राहत कोष से इन कर्मचारियों के मानदेय का भुगतान किया जाएगा. इस मामले पर पंजाब स्वास्थ मंत्री ने कहा कि अगर कोई लिखित में माफी मांगता हैं तो इस को वापस लाने को लेकर विचार किया जा सकता है.