ETV Bharat / bharat

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीएम इब्राहिम ने पार्टी से दिया इस्तीफा, जेडीएस में जाने की संभावना - सीएम इब्राहिम ने पार्टी से दिया इस्तीफा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद सदस्य सीएम इब्राहिम (Senior Congress leader CM Ibrahim) ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और जद (एस) में शामिल होने के इच्छुक हैं.

CM Ibrahim
सीएम इब्राहिम
author img

By

Published : Mar 12, 2022, 7:01 PM IST

बेंगलुरु: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीएम इब्राहिम (Senior Congress leader CM Ibrahim) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वरिष्ठ राजनेता ने कहा कि वह एक दो दिनों में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा सहित जद (एस) नेतृत्व के साथ चर्चा के बाद क्षेत्रीय पार्टी में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा करेंगे. इब्राहिम के जद (एस) में शामिल होने की संभावना पर प्रतिक्रिया जताते हुए देवेगौड़ा ने कहा कि पार्टी चर्चा करेगी और फैसला करेगी.

इब्राहिम ने संवाददाताओं से कहा कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. मैंने सोनिया गांधी (कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष) को एक हस्ताक्षरित पत्र भेजा है. उन्होंने कहा कि वह एमएलसी के रूप में भी इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने विधान परिषद के सभापति को संबोधित पत्र विपक्ष के नेता (विधानसभा) सिद्धारमैया को भेजा है, वह इसे प्रस्तुत करके स्वीकार करा सकते हैं. मैंने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि यदि मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया तो भाजपा को परिषद में बहुमत मिल जाएगा और इसके बाद धर्मांतरण रोधी विधेयक (जो परिषद में लंबित है) आसानी से पारित हो सकता है. मैं इसे उन पर छोड़ता हूं.

उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डी के शिवकुमार सहित राष्ट्रीय और प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं अब एक स्वतंत्र व्यक्ति हूं और मुझे कोई भी निर्णय लेने की स्वतंत्रता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और एक समय देवेगौड़ा के सहयोगी रहे इब्राहिम 2008 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और पिछले कुछ समय से पार्टी और सिद्धारमैया से नाराज चल रहे थे. कांग्रेस छोड़ने का उनका फैसला पार्टी द्वारा बी के हरिप्रसाद को विधान परिषद में विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्त करने के बाद आया है, जिस पद पर उनकी नजर थी.

उन्होंने कांग्रेस पर अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं की उपेक्षा करने और समुदाय को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है. यह उल्लेख करते हुए कि उन्होंने आत्म-सम्मान के लिए कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, इब्राहिम ने कहा कि वह कुछ दिनों में जद (एस) के संरक्षक देवेगौड़ा और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से मिलेंगे और अपने फैसले की घोषणा करेंगे.

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के देहरादून कैंट सीट पर पहली बार जीतीं महिला, जानें विधायक ने क्या कहा?

यह भी पढ़ें- सी.एम. इब्राहिम नहीं छोड़ेंगे कांग्रेस : यूटी खादर

उन्होंने कहा कि हालांकि मुझ पर अन्य दोस्तों (विभिन्न दलों से) का दबाव था, मेरी इच्छा जद (एस) है क्योंकि देवेगौड़ा मुझे जानते हैं और मैं उन्हें जानता हूं. अज्ञात रास्ता अपनाने के बजाय, एक ज्ञात रास्ता लेना बेहतर है. मैं उनसे चर्चा करूंगा और एक घोषणा करूंगा. उन्होंने कहा कि जद (एस) के 2023 के विधानसभा चुनावों में राज्य में सत्ता में आने की पूरी संभावना है. इब्राहिम ने 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद जद (एस) छोड़ दी थी.

बेंगलुरु: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीएम इब्राहिम (Senior Congress leader CM Ibrahim) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वरिष्ठ राजनेता ने कहा कि वह एक दो दिनों में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा सहित जद (एस) नेतृत्व के साथ चर्चा के बाद क्षेत्रीय पार्टी में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा करेंगे. इब्राहिम के जद (एस) में शामिल होने की संभावना पर प्रतिक्रिया जताते हुए देवेगौड़ा ने कहा कि पार्टी चर्चा करेगी और फैसला करेगी.

इब्राहिम ने संवाददाताओं से कहा कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं. मैंने सोनिया गांधी (कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष) को एक हस्ताक्षरित पत्र भेजा है. उन्होंने कहा कि वह एमएलसी के रूप में भी इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने विधान परिषद के सभापति को संबोधित पत्र विपक्ष के नेता (विधानसभा) सिद्धारमैया को भेजा है, वह इसे प्रस्तुत करके स्वीकार करा सकते हैं. मैंने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि यदि मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया तो भाजपा को परिषद में बहुमत मिल जाएगा और इसके बाद धर्मांतरण रोधी विधेयक (जो परिषद में लंबित है) आसानी से पारित हो सकता है. मैं इसे उन पर छोड़ता हूं.

उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डी के शिवकुमार सहित राष्ट्रीय और प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं अब एक स्वतंत्र व्यक्ति हूं और मुझे कोई भी निर्णय लेने की स्वतंत्रता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और एक समय देवेगौड़ा के सहयोगी रहे इब्राहिम 2008 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और पिछले कुछ समय से पार्टी और सिद्धारमैया से नाराज चल रहे थे. कांग्रेस छोड़ने का उनका फैसला पार्टी द्वारा बी के हरिप्रसाद को विधान परिषद में विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्त करने के बाद आया है, जिस पद पर उनकी नजर थी.

उन्होंने कांग्रेस पर अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं की उपेक्षा करने और समुदाय को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है. यह उल्लेख करते हुए कि उन्होंने आत्म-सम्मान के लिए कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, इब्राहिम ने कहा कि वह कुछ दिनों में जद (एस) के संरक्षक देवेगौड़ा और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से मिलेंगे और अपने फैसले की घोषणा करेंगे.

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के देहरादून कैंट सीट पर पहली बार जीतीं महिला, जानें विधायक ने क्या कहा?

यह भी पढ़ें- सी.एम. इब्राहिम नहीं छोड़ेंगे कांग्रेस : यूटी खादर

उन्होंने कहा कि हालांकि मुझ पर अन्य दोस्तों (विभिन्न दलों से) का दबाव था, मेरी इच्छा जद (एस) है क्योंकि देवेगौड़ा मुझे जानते हैं और मैं उन्हें जानता हूं. अज्ञात रास्ता अपनाने के बजाय, एक ज्ञात रास्ता लेना बेहतर है. मैं उनसे चर्चा करूंगा और एक घोषणा करूंगा. उन्होंने कहा कि जद (एस) के 2023 के विधानसभा चुनावों में राज्य में सत्ता में आने की पूरी संभावना है. इब्राहिम ने 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद जद (एस) छोड़ दी थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.