कोच्चि: अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के वरिष्ठ सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री केवी थॉमस पिछले कुछ दिनों से पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं. यहां एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि वह चुनाव प्रचार के तौर पर माकपा-नीत एलडीएफ की चुनाव सभा में भाग लेंगे जिसमें मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी शामिल होंगे.
थॉमस ने कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती दी कि उन्हें पार्टी से निकाल कर दिखाए. उन्होंने कहा कि 31 मई को होने वाले उपचुनाव के लिए वह वामदल के उम्मीदवार के वास्ते अन्य प्रचार अभियान में भी भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से कांग्रेस का सदस्य रहा हूं. मैं न तो कांग्रेस छोडूंगा और न ही किसी अन्य दल में शामिल होऊंगा. मैं एलडीएफ के चुनाव प्रचार अभियान में एक कांग्रेस सदस्य के रूप में भाग ले रहा हूं.
अपने कदम को सही ठहराते हुए थॉमस ने कहा कि उन्होंने हमेशा विकास का पक्ष लिया है और त्रिक्काकरा में भी उनका यही रुख है. उन्होंने कहा कि वामदल के प्रत्याशी की सफलता या असफलता से उनके विकास समर्थक रुख पर कोई असर नहीं पड़ेगा. थॉमस ने दावा किया कि कांग्रेस की ओर से वामदल का समर्थन करने वाले वह पहले व्यक्ति नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के. करुणाकरण और एके एंटनी ने एक समय में वामदल के साथ सहयोग किया था.
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