नई दिल्ली: भारत और क्यूबा के बीच विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) का दूसरा दौर 27 जून 2022 को हवाना में आयोजित किया गया. भारतीय पक्ष का नेतृत्व सचिव (पूर्व) सौरभ कुमार ने किया और क्यूबा पक्ष का नेतृत्व विदेश मामलों के उप मंत्री अनायासी रोड्रिग्ज कमेजो ने किया. एफओसी के दौरान, दोनों पक्षों ने विकास साझेदारी परियोजनाओं, व्यापार और आर्थिक संबंधों, और नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य पारंपरिक चिकित्सा और योग, जैव प्रौद्योगिकी, कृषि, खेल, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और आईसीटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग सहित अपने द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की व्यापक समीक्षा की.
पढ़ें: भारत ने क्यूबा के विरुद्ध लगे प्रतिबंध हटाने की मांग दोहराई
दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र में सहयोग सहित सामान्य हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. सचिव (पूर्व) ने उप प्रधान मंत्री रिकार्डो कैब्रिसस और विदेश मामलों के कार्यवाहक मंत्री गेरार्डो पेनालवर से मुलाकात की. साथ ही क्यूबा और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया. यात्रा के दौरान, क्यूबा के लिए भारत से चावल की खरीद के लिए 100 मिलियन यूरो के अल्पकालिक ऋण पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. क्यूबा सरकार द्वारा भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक गर्म और मैत्रीपूर्ण वातावरण में एक डाक टिकट जारी किया गया.