चंदौली: सऊदी अरब सरकार की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां सऊदी में कार्यरत चंदौली निवासी जावेद की मौत के बाद उनका शव बदल गया. वाराणसी एयरपोर्ट पर उनकी जगह किसी अन्य शख्स का शव पहुंच गया. कॉफिन पर साजी राजन लिखा हुआ था. इस पर परिजनों ने नाराजगी जताई और ट्वीट करते हुए इंडियन एंबेसी और विदेश मंत्री जयशंकर से शिकायत की है.
दरअसल, चकिया के सिकंदरपुर निवासी जावेद सऊदी अरब के दम्मान में एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी में कार्यरत थे. बीमारी के चलते अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके बाद मृतक जावेद के भाई ने सरकार व अन्य लोगों से शव की वापसी के सहयोग की अपील की. डीडीयू नगर के सीओ अनिरुद्ध सिंह ने सोशल मीडिया व ट्विटर के जरिए शव की वापसी का प्रयास किया. सबका प्रयास रंग भी लाया. सऊदी अरब में इंडियन एंबेसी और विदेश मंत्रालय ने इसका संज्ञान लेते हुए शव की घर वापसी के प्रयास किए. तमाम प्रयासों के बाद 30 सितंबर को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर जावेद का शव लाया गया. लेकिन, जांच में पता चला कि यह शव जावेद का नहीं, बल्कि किसी अन्य शख्स साजी राजन का है और उसका स्टिकर कॉफिन पर चस्पा किया गया है.
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मृतक जावेद के भाई नदीम जलाल इदरसी ने सीधे तौर पर इसे सऊदी सरकार की लापरवाही करार दिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर और इंडियन एंबेसी को ट्वीटर के जरिए अवगत भी कराया है. उन्होंने ट्वीट किया कि 25 सितंबर को सऊदी अरब में भाई जावेद की मौत के बाद सभी फॉर्मेल्टी पूरी करने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट के जरिए शुक्रवार रात उनके भाई का शव वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचा है. लेकिन, वह शव उनके भाई का नहीं है. इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिए शव वापसी के लिए प्रयासरत रहे सीओ अनिरुद सिंह ने भी सऊदी एंबेसी को ट्वीट करते हुए संज्ञान लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सऊदी अरब सरकार ने गलत शव को भेज दिया है. इस गलती का संज्ञान लेते हुए जल्द जावेद के शव को दोबारा भेजने की व्यवस्था बनाई जाए. वहीं, घटना के बाद परिजनों में भी खासी नाराजगी है.
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