मदुरै (तमिलनाडु): वर्ष 2020 में तमिलनाडु में थूथुकुडी के पास सथनकुलम शहर में हिरासत में यातना के कारण पिता-पुत्र की मौत मामला अभी ठंडा नहीं हुआ है. सीबी-सीआईडी ने सथानकुलम के व्यापारियों पी जयराज और उनके बेटे जे बेनिक्स की हिरासत में हुई मौत के मामले में चार पुलिसकर्मियों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें सतकुलम पुलिस निरीक्षक श्रीधर, सहायक निरीक्षक बालकृष्णन और रघुगणेश को भी शामिल हैं. मामला मदुरै फर्स्ट एडिशनल बेंच में है. मामले में नया मोड़ आया है. पूर्व इंस्पेक्टर श्रीधर ने जज को सनसनीखेज चिट्ठी लिखी है.
पत्र में उसने जिक्र किया है कि अन्य आठ लोगों ने उसे हत्या की बात सार्वजनिक करने पर जान से मारने की धमकी दी थी. आरोपी श्रीधर का कहना है कि 'जब उन लोगों ने पिता और पुत्र पर हमला किया तो मैंने कहा क्यों मार रहे हो, लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी.' उसने यह भी कहा कि जेल से सीसीटीवी फुटेज में सबूत मिल सकते हैं. उसने पत्र में आगे लिखा है कि उन्हें अन्य आरोपियों से लगातार जान से मारने की धमकी मिलती है. श्रीधर ने उच्च न्यायालय से अनुरोध किया कि उन्हें मामले के अन्य आरोपियों से दूर रखा जाए और अदालत जाने और वापस जाने के लिए एक अलग वाहन भी उपलब्ध कराया जाए.
सीबीआई के अनुसार, जयराज और बेनिक्स को थाने के अंदर प्रताड़ित किया गया और उनका यौन उत्पीड़न किया गया, जिससे उनकी मौत हो गई. इस मामले से राज्य में पुलिस की बर्बरता को लेकर आक्रोश फैल गया. न्याय की मांग को लेकर 1,000 से अधिक लोग सड़कों पर उतर आए थे. इस घटना की निंदा करते हुए ट्रेड यूनियन निकायों, विभिन्न राजनीतिक संगठनों और कार्यकर्ताओं ने सथानकुलम के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया था. इसमें शामिल पुलिसकर्मी फिलहाल जेल में हैं और हत्या के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
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