कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने कहा कि धनशोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं पर लगे आरोपों पर संज्ञान लिया है. इसी क्रम में प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है.
शुक्रवार को एक सूत्र ने कहा, 'ईडी ने कुणाल घोष, उनकी कंपनी स्ट्रेटजी मीडिया प्लस कम्युनिकेशंस, और सुमन चट्टोपाध्याय और उनकी सहयोगी कंपनियों दिशा प्रोडक्शन एंड मीडिया तथा एकदिन मीडिया के खिलाफ विशेष न्यायाधीश (पीएमएलए), कोलकाता के समक्ष पूरक आरोपपत्र दायर किया है और अनुरोध किया कि आरोपियों को धनशोधन के तहत किये गए अपराधों और 96.55 करोड़ रुपये मूल्य की जब्त संपत्तियों के मामले में दंड देने का अनुरोध किया. इनमें से 2.67 करोड़ की संपत्ति घोष की है जबकि 1.72 करोड़ रुपये की संपत्ति का स्वामी चट्टोपाध्याय है'
चट्टोपाध्याय आईकोर चिटफंड घोटाले में भी आरोपी है. घोष और चट्टोपाध्याय को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था और अभी वे जमानत पर हैं.
अब भंग हो चुके शारदा समूह के मालिक सुदीप्तो सेन अपने सहयोगी देबजानी मुखर्जी के साथ जेल की सजा भुगत रहे हैं.
सूत्र के मुताबिक शारदा मीडिया ग्रुप में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) घोष ने कथित तौर पर सेन को 2500 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम के शोधन में मदद की.
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चट्टोपाध्याय ने कथित तौर पर अपनी दो कंपनियों के माध्यम से फर्जी लेनदेन कर धनशोधन किया.
(पीटीआई-भाषा)