नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की अहमदाबाद में मुलाकात पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है. दरअसल, रविवार को अमित शाह से पत्रकारों ने बैठक के बारे में पूछा था. इसका जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि सबकुछ सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है.
इस पर शिवसेना का कहना है कि कुछ बातें समय के साथ स्पष्ट हो जानी चाहिए, वरना भ्रम पैदा हो जाता है. अब तो अफवाहों का अंत करो.
हालांकि एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि शरद पवार और अमित शाह के बीच कोई मुलाकात नहीं हुई है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर लिखा कि कुछ बातें समय के साथ स्पष्ट हो जानी चाहिए, वरना भ्रम पैदा हो जाता है. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि शरद पवार और अमित शाह के बीच अमदाबाद या कहीं भी कोई गुप्त बैठक नहीं हुई है. अब तो अफवाहों का अंत करो. इससे कुछ हाथ नहीं लगेगा.
महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी के बीच सबकुछ ठीक ठाक नहीं है. सामना के जरिए शिवसेना ने एनसीपी पर निशाना साधा है. इसमें सवाल पूछा गया है कि सचिन वाजे जैसे पुलिस अधिकारी को असीमित अधिकार किसने दिए थे. बढ़ती राजनीतिक गर्मी के बीच अमित शाह और शरद पवार के बीच मुलाकात को लेकर सस्पेंस बढ़ गया है. शाह से इस बाबत जब पूछा गया, तो उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया.
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आपको बता दें कि महाराष्ट्र में गृह मंत्री का पद एनसीपी के पास है. अनिल देशमुख मंत्री हैं. मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमवीर सिंह ने देशमुख पर आरोप लगाया है कि उन्होने सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ की उगाही करने को कहा. देशमुख ने इससे साफ इनकार किया है.
शिवसेना अप्रत्यक्ष तरीके से देशमुख पर निशाना साध रही है. इस मुद्दे पर शिवसेना और एनसीपी आमने-सामने दिख रही है.