रायगढ़: पीएम मोदी ने रायगढ़ दौरे में सनातन धर्म के अपमान का मुद्दा उठाया. उन्होंने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर अटैक करते हुए विपक्ष पर सनातन के अपमान का आरोप लगा दिया. पीएम मोदी ने सीधा हमला करते हुए कहा कि मैं भगवान राम के ननिहाल से लोगों को जागरुक करने के लिए यहां आया हूं. जिन दलों और लोगों को आपने 9 साल से केंद्र की सत्ता से बाहर रखा है. उन्होंने अब एक नया गठबंधन बनाया है. इसे कुछ लोग घमंडिया गठबंधन कह रहे हैं. यह गठबंधन अब सत्ता के लालच की खातिर सनातन संस्कृति को तोडना चाहती है.
सत्ता के लिए सनातन को तोड़ने की कोशिश (Sanatana Dharma row) : पीएम मोदी विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि" छत्तीसगढ़ की यह भूमि भगवान श्रीराम का ननिहाल है. माता कौशल्या का भव्य मंदिर यहां है. आज इस पवित्र भूमि पर मैं आप सभी को हमारी आस्था, हमारे देश के खिलाफ जो साजिश हो रही है. उसके प्रति जागरुक करना चाहता हूं. जिन लोगों को आप सभी ने पिछले 9 साल से केंद्र सरकार से बाहर कर रखा है, जो लोग लगातार चुनाव हार रहे हैं. वे लोग अब आपसे इतनी नफरत से भर गए हैं, कि उन लोगों ने आपकी पहचान, आपकी संस्कृति के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. इन लोगों ने मिलकर एक इंडी गठबंधन बनाया है.कुछ लोग इसे घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं. अब इंडिया गठबंधन ने तय किया है कि वो भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त करके रहेगा. यानी जो संस्कृति हजारों साल से भारत को एक किए हुए है, सत्ता के लालच में ये लोग अब उसे तोड़ना चाहते हैं."
"सनातन संस्कृति वो है, जिसमें भगवान राम शबरी को मां कहकर उनके जूठे बेर खाने का आनंद लेते हैं. भगवान राम वनवासियों को, निषाद राज को अपने भाई से भी बढ़कर बताते हैं. राम नाव चलाने वाले केवट को गले लगाकर धन्य हो जाते हैं. जिसमें वानरों की सेना श्रीराम की शक्ति बढ़ाकर लंका विजय का कारण बनती है. जो किसी परिवार में हुए जन्म को नहीं बल्कि व्यक्ति के कर्म को प्रधानता देती है.": नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
गांधीजी और स्वामी विवेकानंद भी सनातन से हुए प्रेरित: सनातन के महत्व को उन्होंने जनता को समझाने की कोशिश की. इस संदर्भ में पीएम मोदी ने कहा कि" गांधीजी से लेकर स्वामी विवेकानंद तक, अहिल्या बाई होल्कर से लेकर मीराबाई तक सनातन धर्म और संस्कृति सभी को प्रेरित करती रही है. संत रविदास, कबीरदास को संत शिरोमणि कहकर गर्व बढ़ाती है. श्यामलाल सोमजी को पहला जंगल सत्याग्रही कहा जाता है. उनका जीवन सनातन से ही प्रेरित था. ऐसी सनातन संस्कृति को समाप्त करने का ऐलान इंडी एलायंस के लोगों ने किया है. देश के लोगों को इनसे बहुत सतर्क रहना है. यह भारत की हजारों साल से चली आ रही संस्कृति को मिटाना चाहते हैं. यह भारत को मिटाना चाहते हैं."
आपको बता दें कि तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने सनातन पर विवादास्पद टिप्पणी की थी. उदयनिधि के इस बयान के बाद तमिलनाडु के एक मंत्री ने भी सनातन पर विवादास्पद बोल बोले थे. जिसके बाद से यह घमासान तेज हो गया. तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री के पोनुमुडी ने कहा था कि इंडिया गठबंधन को सनातन के खिलाफ लड़ने के लिए बनाया गया है. इंडिया गठबंधन में डीएमके एक महत्वपूर्ण घटक है. इस तरह के बयान को आधार बनाकर पीएम ने अपनी रैली में सियासी हमला बोला है.