नई दिल्ली : एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित खबर में कहा गया है कि 3,000 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे मामले में कई बड़े कांग्रेस नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. इस खबर के मुताबिक अगस्ता वेस्टलैंड डील की जांच के दौरान आरोपी बनाए गए राजीव सक्सेना ने पूछताछ में कई अहम जानकारियां दी हैं. खबर में कहा गया है कि राजीव सक्सेना ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल और खुर्शीद तथा कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी और पुत्र बकुल नाथ के नाम लिए हैं.
मंगलवार को इस बारे में पूछे जाने पर खुर्शीद ने कहा, 'यह पता करिए कि उसने किस प्रसंग में यह कहा है. इसके बाद जवाब दूंगा, लेकिन आप मुझे प्रसंग नहीं बताएंगे तो मैं कैसे जवाब दूंगा.'
उन्होंने यह भी कहा, 'कोई मुझे बताए कि उसने मेरा नाम किस प्रसंग में लिया है तो मैं जवाब दूंगा.'
मंगलवार को ही अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित खबर को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कांग्रेस को जवाब देना चाहिए.
बकौल केंद्रीय कानून मंत्री, 'कांग्रेस नेताओं की यह नीति रही है कि कोई भी सौदा या अनुबंध बिना कमीशन के न हो.' उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जीप घोटाले से लेकर बोफोर्स और अन्य घोटालों तक अपने फायदे के लिए कांग्रेस नेताओं ने रक्षा सौदों का 'मजाक' बनाकर रख दिया.
अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हैलीकॉप्टर घोटाला मामले के प्रमुख आरोपियों को लेकर मीडिया में छपी एक खबर को हवाला देते हुए प्रसाद ने कहा, 'जब भी किसी रक्षा सौदे की चर्चा करिए कांग्रेस के कुछ नेताओं का नाम आना ही है.'
मीडिया में छपी खबर के हवाले से केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि घोटाले के आरोपियों ने कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं का नाम लिया है जिनमें सलमान खुर्शीद, अहमद पटेल और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी के नाम शामिल हैं.
प्रसाद ने कहा , 'कोई रक्षा सौदा बिना लूट के नही हुआ और इन सब में कहीं न कहीं कांग्रेस के नेताओं के नाम आते हैं या उनके परिवार से जुड़े लोग फायदा लेते हैं.'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी के नेता, कांग्रेस के अध्यक्ष, कांग्रेस के युवराज, देश को बताएं. इनके कई नेताओं का जिक्र आया है. इसके बारे में क्या कहना है? मना करने से काम नहीं चलेगा. प्रमाण है. बहुत ही गंभीर विषय है. कांग्रेस को इसका जवाब देना पड़ेगा.'
उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में 3,600 करोड़ रुपये की राशि से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए वीवीआईपी अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीदने की बात हुई थी और दो साल 2012 में मीडिया रिपोर्ट आ गई की इसमें घोटाला हुआ है.
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए गए थे लेकिन इसमें प्रभावी कार्रवाई 2014 में भाजपा की सरकार आने के बाद हुई और इस मामले में गिरफ्तारियां भी हुईं.
(पीटीआई-भाषा)