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Sajjad Lone Speaks On Anti Encroachment Campaign : जम्मू और कश्मीर में अतिक्रमण विरोधी अभियान के विरोध में सज्जाद लोन, बोले- प्रशासन मानसिक रूप से बीमार है - अतिक्रमण विरोधी अभियान

पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने कहा कि हम अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठ सकते हैं. इस मामले पर हमें आगे बढ़कर विरोध करना होगा.

Sajjad Lone Sppeks On Anti Encroachment Campaign
पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन
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Published : Feb 7, 2023, 8:20 AM IST

Updated : Feb 7, 2023, 11:40 AM IST

श्रीनगर : पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने क्षेत्र में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान की आलोचना की. उन्होंने सोमवार को श्रीनगर के सोनोवर में चर्च लेन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने जम्मू और कश्मीर प्रशासन को अहंकारी बताया. उन्होंने कहा कि बुलडोज़र सही तरीका नहीं. सरकार का उद्देश्य लोगों को अपमानित करना है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है. भारत के अन्य राज्यों में ऐसा विध्वंस क्यों नहीं किया जाता है? उन्होंने आगे कहा कि मुझे गलतफहमी हो गई थी कि प्रधानमंत्री हमारे प्रधानमंत्री भी हैं. उन्होंने इसके खिलाफ दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठ सकते हैं.

पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने की प्रेस वर्ता.

पढ़ें: Apsara Iyer President of Harvard Law Review : 136 साल के इतिहास में पहली बार भारतीय अमेरिकी महिला हार्वर्ड लॉ रिव्यू की अध्यक्ष चुनी गई

उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल इलाकों में बुल्डोजर क्यों चल रहा है, ज्यादातर अतिक्रमणकारी मुस्लिम हैं, ऐसा कैसे हो सकता है? हमारे प्रधान मंत्री कौन हैं? हमारा लेफ्टिनेंट गवर्नर कौन है? केंद्र कश्मीर में बेघर अभियान चला रहा है. सराकर को इस अहंकारी मोड से बाहर निकलने की जरूरत है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के नौकरशाहों की आलोचना करते हुए कहा कि यहां नियुक्त नौकरशाह रिटायर होकर अपने घर चले जाएंगे. कश्मीर में भारतीयता की सबसे अच्छी बात यह होती कि किसी गरीब का घर नहीं उजड़ता. ऐसा करना बहादुरी नहीं है.

पढ़ें: India-France Bilateral talks: भारत, फ्रांस ने परमाणु क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की

उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन का जो बयान है कि गरीबों को छुआ नहीं जाएगा, प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि गरीब कौन है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कश्मीर में रहना नर्क में रहने जैसा है, सरकार का काम बेघरों को घर मुहैया कराना है लेकिन यहां इसका उल्टा हुआ है. अर्थशास्त्र का एक नया मॉडल लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन मानसिक रूप से बीमार है. उन्होंने कहा कि प्रशासन और दिवार फिल्म के अमिताभ बच्चन में कोई अंतर नहीं है. जिसमें विजय कहता है कि मैं जहां खड़ा होता हूं, वहीं से लाइन शुरू हो जाती है और यहां का प्रशासन भी यही सोचता है, जो कुछ भी करो, कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है.

पढ़ें: Turkey Earthquake update: तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या 3800 के पार, 15000 से अधिक लोग घायल

श्रीनगर : पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने क्षेत्र में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान की आलोचना की. उन्होंने सोमवार को श्रीनगर के सोनोवर में चर्च लेन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने जम्मू और कश्मीर प्रशासन को अहंकारी बताया. उन्होंने कहा कि बुलडोज़र सही तरीका नहीं. सरकार का उद्देश्य लोगों को अपमानित करना है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है. भारत के अन्य राज्यों में ऐसा विध्वंस क्यों नहीं किया जाता है? उन्होंने आगे कहा कि मुझे गलतफहमी हो गई थी कि प्रधानमंत्री हमारे प्रधानमंत्री भी हैं. उन्होंने इसके खिलाफ दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठ सकते हैं.

पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने की प्रेस वर्ता.

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उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल इलाकों में बुल्डोजर क्यों चल रहा है, ज्यादातर अतिक्रमणकारी मुस्लिम हैं, ऐसा कैसे हो सकता है? हमारे प्रधान मंत्री कौन हैं? हमारा लेफ्टिनेंट गवर्नर कौन है? केंद्र कश्मीर में बेघर अभियान चला रहा है. सराकर को इस अहंकारी मोड से बाहर निकलने की जरूरत है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के नौकरशाहों की आलोचना करते हुए कहा कि यहां नियुक्त नौकरशाह रिटायर होकर अपने घर चले जाएंगे. कश्मीर में भारतीयता की सबसे अच्छी बात यह होती कि किसी गरीब का घर नहीं उजड़ता. ऐसा करना बहादुरी नहीं है.

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उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन का जो बयान है कि गरीबों को छुआ नहीं जाएगा, प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि गरीब कौन है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कश्मीर में रहना नर्क में रहने जैसा है, सरकार का काम बेघरों को घर मुहैया कराना है लेकिन यहां इसका उल्टा हुआ है. अर्थशास्त्र का एक नया मॉडल लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन मानसिक रूप से बीमार है. उन्होंने कहा कि प्रशासन और दिवार फिल्म के अमिताभ बच्चन में कोई अंतर नहीं है. जिसमें विजय कहता है कि मैं जहां खड़ा होता हूं, वहीं से लाइन शुरू हो जाती है और यहां का प्रशासन भी यही सोचता है, जो कुछ भी करो, कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है.

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Last Updated : Feb 7, 2023, 11:40 AM IST
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