श्रीनगर : पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने क्षेत्र में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान की आलोचना की. उन्होंने सोमवार को श्रीनगर के सोनोवर में चर्च लेन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने जम्मू और कश्मीर प्रशासन को अहंकारी बताया. उन्होंने कहा कि बुलडोज़र सही तरीका नहीं. सरकार का उद्देश्य लोगों को अपमानित करना है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है. भारत के अन्य राज्यों में ऐसा विध्वंस क्यों नहीं किया जाता है? उन्होंने आगे कहा कि मुझे गलतफहमी हो गई थी कि प्रधानमंत्री हमारे प्रधानमंत्री भी हैं. उन्होंने इसके खिलाफ दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठ सकते हैं.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल इलाकों में बुल्डोजर क्यों चल रहा है, ज्यादातर अतिक्रमणकारी मुस्लिम हैं, ऐसा कैसे हो सकता है? हमारे प्रधान मंत्री कौन हैं? हमारा लेफ्टिनेंट गवर्नर कौन है? केंद्र कश्मीर में बेघर अभियान चला रहा है. सराकर को इस अहंकारी मोड से बाहर निकलने की जरूरत है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के नौकरशाहों की आलोचना करते हुए कहा कि यहां नियुक्त नौकरशाह रिटायर होकर अपने घर चले जाएंगे. कश्मीर में भारतीयता की सबसे अच्छी बात यह होती कि किसी गरीब का घर नहीं उजड़ता. ऐसा करना बहादुरी नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन का जो बयान है कि गरीबों को छुआ नहीं जाएगा, प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि गरीब कौन है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कश्मीर में रहना नर्क में रहने जैसा है, सरकार का काम बेघरों को घर मुहैया कराना है लेकिन यहां इसका उल्टा हुआ है. अर्थशास्त्र का एक नया मॉडल लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन मानसिक रूप से बीमार है. उन्होंने कहा कि प्रशासन और दिवार फिल्म के अमिताभ बच्चन में कोई अंतर नहीं है. जिसमें विजय कहता है कि मैं जहां खड़ा होता हूं, वहीं से लाइन शुरू हो जाती है और यहां का प्रशासन भी यही सोचता है, जो कुछ भी करो, कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है.