मथुराः डासना देवी मंदिर गाजियाबाद के महंत हिंदूवादी संत यति नरसिंहानंद सरस्वती गोवर्धन पहुंचे. यहां उन्होंने पूजन अर्चन कर गिरिराज भगवान का दुग्धाभिषेक कर मनौती मांगी. इस दौरान उन्होंने समुदाय विशेष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हिंदूवादी लोग संगठित नहीं हुए तो 2029 तक भारत में जिहादी ही देश के प्रधानमंत्री के रूप में प्रतिनिधित्व करेगा. इसलिए संपूर्ण देश में संत महंतों से चर्चा कर हिंदुत्व को जगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिहाद भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन रहा है.
महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती का विवादित बयान
यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि जिहादी पूरी दुनिया को मिटा देना चाहते हैं. मैं यह नहीं मानता कि हमें किसी को भी मिटाने का अधिकार है. आज मैं भारतवर्ष के सभी संतों से यह अनुरोध करने के लिए पूरे देश में घूम रहा हूं कि संत समाज जागृत हो. संत समाज धर्म को बचाएं अगर धर्म बच जाएगा तो सब कुछ बच जाएगा. धर्म नहीं बचा तो कुछ भी नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि जिहादी बहुत जल्द ही सब को खत्म कर देंगे. यह उनका लक्ष्य है.
नरसिंहानंद ने कहा कि जिहाद के कारण ही सोमनाथ मंदिर टूटा, जिहाद के कारण ही राम जन्मभूमि का मंदिर टूटा, जिहाद के कारण ही मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि टूटी, जिहाद के कारण काशी विश्वनाथ और चालीस हजार से अधिक मंदिर टूटें हैं.
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देश को ले डूबेगा जिहाद
यति नरसिंहानंद ने कहा कि, एक बार अगर 2029 में भारत का प्रधानमंत्री जिहादी बन गया तो अगले केवल 20 सालों में 40 करोड़ हिंदुओं का कत्ल होगा. यह मैं झूठ नहीं बोल रहा हूं, और न ही मैं किसी को बहकाना चाहता हूं. 50 करोड़ हिंदू अपना धर्म बदलेंगे, 10 करोड़ हिंदू या तो रिफ्यूजी कैंपों में रहेंगे या अमेरिका में ऑस्ट्रेलिया में कनाडा में यूरोप में इस तरह से हिंदुस्तान से बाहर रहेंगे. मैं सारे संत समाज से यह अनुरोध करने के लिए निकला हूं. क्योंकि संत ही सबसे बड़े हैं. नेताओं को यह सौभाग्य प्राप्त नहीं है. राजदंड हमेशा धर्म दंड से नीचे रहता है, लेकिन कुछ कारणों से धर्म दंड ऐसा लगता है, ठीक नहीं है तो धर्म दंड को जगाने के लिए मैं पूरे भारत में भ्रमण कर रहा हूं.