सागर। दिगंबर जैन संप्रदाय के मुनि कितनी कठोर तपस्या करते हैं, इसका नजारा सागर में देखने को मिला. बुंदेलखंड में इन दिनों भीषण शीतलहर चल रही है. (Sagar Jain Muni) स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है और जनजीवन अस्त वयस्त हो गया है, लेकिन कठिन साधना और तप करने वाले जैन मुनि 108 विराग सागर महाराज अपने संघ के साथ मंगल विहार पर निकले. सुबह 7 बजे जब सागर से दमोह पथरिया तरफ विहार किया तो भीषण कोहरे और ठंड के बीच गुजरने वाला हर व्यक्ति जैन मुनि के कठोर तप और तपस्या को देखता रह गया.
कड़ाके की ठंड में सुबह निकले जैन मुनि: जैन युवा महासभा के मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन ने बताया कि पथरिया में होने जा रहे पंचकल्याणक महा महोत्सव में शामिल होने के लिए परम पूज्य आचार्य 108 विराग सागर महाराज का मंगल विहार सागर से हुआ है. (Jain Muni Walk in Winter) उन्होंने मंगलवार की रात में सागर दमोह मार्ग पर चना टोरिया में चंद्र प्रभु जिनालय में विश्राम किया और भीषण सर्दी के बीच बुधवार को सुबह 7 बजे पथरिया की ओर मंगल विहार शुरू कर दिया. श्रीकांत जैन ने बताया कि परम पूज्य गणाचार्य 108 विराग सागर महाराज संघ का मंगल विहार मंगलवार को सागर से हुआ था और बुधवार को सुबह 7 बजे लगभग 5 डिग्री तापमान के साथ कड़ाके की ठंड में पथरिया की ओर विहार प्रारंभ किया.
शुक्रवार को पथरिया पहुंचेगा मुनि संघ: जैनसंत मुनि श्री 108 विरंजन सागर जी महराज की प्रेरणा से मुनि संघ के विहार में सागर से अहिंसा यात्रा संघ के कार्यकर्ता एवं श्रोता शामिल हुए. श्रीकांत जैन ने बताया कि आगामी 1 फरवरी से 15 फरवरी तक पथरिया विरागोदय तीर्थ में परम पूज्य गणाचार्य 108 विराग सागर जी महाराज के सानिध्य में पंचकल्याणक महामहोत्सव संपन्न होगा. जिसके पूर्व आगमी 8 जनवरी को पंचकल्याणक के मुख्य पत्रों का चयन विरागोदय तीर्थ पथरिया में होगा. गणाचार्य विराग सागर जी महराज का विरागोदय तीर्थ में मंगल प्रवेश 6 जनवरी को होगा.