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जहर देने के आरोपी रूसी जासूस कोवतुन की COVID से मौत - जासूस को जहर

रूसी जासूस दिमित्री कोवतुन का 57 साल की उम्र में निधन हो गया. ब्रिटेन के अधिकारियों ने कोवतुन पर 2006 में पूर्व जासूस एलेक्जेंडर लितविनेनको को जहर देकर मारने का आरोप लगाया था. ब्रिटेन ने रूस के सांसद आंद्रेई लुगोवोई पर भी जहर देकर हत्या मामले में संलिप्तता का आरोप लगाया था.

जहर देने के आरोपी रूसी जासूस कोवतुन की COVID से मौत
जहर देने के आरोपी रूसी जासूस कोवतुन की COVID से मौत
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Published : Jun 5, 2022, 7:22 AM IST

मास्को: रूसी जासूस दिमित्री कोवतुन का 57 साल की उम्र में निधन हो गया. ब्रिटेन के अधिकारियों ने कोवतुन पर 2006 में पूर्व जासूस एलेक्जेंडर लितविनेनको को जहर देकर मारने का आरोप लगाया था. ब्रिटेन ने रूस के सांसद आंद्रेई लुगोवोई पर भी जहर देकर हत्या मामले में संलिप्तता का आरोप लगाया था. लुगोवोई ने सोशल मीडिया पर कोवतुन के निधन के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि कोवतुन काफी समय से बीमार थे. उन्हें कोरोना हो गया था. रूसी मीडिया की खबरों में बताया गया कि कोवतुन पिछले कुछ समय से मास्को के एक अस्पताल में भर्ती थे. ब्रिटेन की जांच में पाया गया था कि कोवतुन और लुगोवोई ने जहर देकर लितविनेनको की हत्या की और आरोप लगाया था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस अभियान को मंजूरी दी थी. यूरोप की मानवाधिकार अदालत ने ब्रिटेन के जांच नतीजों का समर्थन किया था. रूस ने हालांकि इन आरोपों को खारिज कर दिया था.

पढ़ें: रूस : कोमा में नवलनी, पहले भी दिया जाता रहा है विरोधियों को जहर

कोवतुन पूर्व केजीबी गार्ड थे. वे कथित तौर पर लगभग 16 साल पहले लंदन में असंतुष्ट और पूर्व रूसी एजेंट अलेक्जेंडर लिट्विनेंको को जहर देने में शामिल थे. इसी मामले में एक और संदिग्ध और वर्तमान में रूसी सांसद आंद्रेई लुगोवोई ने कोवतुन की मौत की पुष्टि की. लुगोवॉय ने अपने टेलीग्राम मैसेजिंग चैनल पर लिखा कि दुखद समाचार. मेरे करीबी और वफादार दोस्त दिमित्री कोवतुन की अचानक कोरोनोवायरस संक्रमण से जुड़ी गंभीर बीमारी के बाद मृत्यु हो गई. यह हमारे लिए एक अपूरणीय और भारी क्षति है. रूसी तास समाचार एजेंसी ने बताया कि मॉस्को के एक अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई थी.

पढ़ें: रूस के नेता नवलनी को जहर देने के सबूत नहीं : ट्रंप

लिट्विनेंको का जहर : पिछले सितंबर में, यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय (ईसीएचआर) ने फैसला सुनाया कि यह 'संदेह से परे' है कि मास्को ने लिट्विनेंको की हत्या कर दी थी. यूरोप के शीर्ष अधिकार न्यायालय ने कहा कि लुगोवोई और कोवतुन रूसी अधिकारियों के निर्देश या उनके नियंत्रण में काम कर रहे थे. क्रेमलिन ने बार-बार आरोपों का खंडन किया है. साथ ही ईसीएचआर की आलोचना की है. एक ब्रिटिश जांच रिपोर्ट के अनुसार, लुगोवोई और कोवतुन ने लंदन के एक होटल में लिट्विनेंको से चाय के लिए मुलाकात की थी और उसे जहर दे दिया था. चाय में पोलोनियम-210 नामक एक दुर्लभ रेडियोधर्मी पदार्थ पाया गया. लिट्विनेंको रूसी सुरक्षा सेवाओं से हटने के बाद ब्रिटेन में रह रहे थे. उनकी मृत्यु से पहले उन्हें यूके की राष्ट्रीयता प्रदान की गई थी.

मास्को: रूसी जासूस दिमित्री कोवतुन का 57 साल की उम्र में निधन हो गया. ब्रिटेन के अधिकारियों ने कोवतुन पर 2006 में पूर्व जासूस एलेक्जेंडर लितविनेनको को जहर देकर मारने का आरोप लगाया था. ब्रिटेन ने रूस के सांसद आंद्रेई लुगोवोई पर भी जहर देकर हत्या मामले में संलिप्तता का आरोप लगाया था. लुगोवोई ने सोशल मीडिया पर कोवतुन के निधन के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि कोवतुन काफी समय से बीमार थे. उन्हें कोरोना हो गया था. रूसी मीडिया की खबरों में बताया गया कि कोवतुन पिछले कुछ समय से मास्को के एक अस्पताल में भर्ती थे. ब्रिटेन की जांच में पाया गया था कि कोवतुन और लुगोवोई ने जहर देकर लितविनेनको की हत्या की और आरोप लगाया था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस अभियान को मंजूरी दी थी. यूरोप की मानवाधिकार अदालत ने ब्रिटेन के जांच नतीजों का समर्थन किया था. रूस ने हालांकि इन आरोपों को खारिज कर दिया था.

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कोवतुन पूर्व केजीबी गार्ड थे. वे कथित तौर पर लगभग 16 साल पहले लंदन में असंतुष्ट और पूर्व रूसी एजेंट अलेक्जेंडर लिट्विनेंको को जहर देने में शामिल थे. इसी मामले में एक और संदिग्ध और वर्तमान में रूसी सांसद आंद्रेई लुगोवोई ने कोवतुन की मौत की पुष्टि की. लुगोवॉय ने अपने टेलीग्राम मैसेजिंग चैनल पर लिखा कि दुखद समाचार. मेरे करीबी और वफादार दोस्त दिमित्री कोवतुन की अचानक कोरोनोवायरस संक्रमण से जुड़ी गंभीर बीमारी के बाद मृत्यु हो गई. यह हमारे लिए एक अपूरणीय और भारी क्षति है. रूसी तास समाचार एजेंसी ने बताया कि मॉस्को के एक अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई थी.

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लिट्विनेंको का जहर : पिछले सितंबर में, यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय (ईसीएचआर) ने फैसला सुनाया कि यह 'संदेह से परे' है कि मास्को ने लिट्विनेंको की हत्या कर दी थी. यूरोप के शीर्ष अधिकार न्यायालय ने कहा कि लुगोवोई और कोवतुन रूसी अधिकारियों के निर्देश या उनके नियंत्रण में काम कर रहे थे. क्रेमलिन ने बार-बार आरोपों का खंडन किया है. साथ ही ईसीएचआर की आलोचना की है. एक ब्रिटिश जांच रिपोर्ट के अनुसार, लुगोवोई और कोवतुन ने लंदन के एक होटल में लिट्विनेंको से चाय के लिए मुलाकात की थी और उसे जहर दे दिया था. चाय में पोलोनियम-210 नामक एक दुर्लभ रेडियोधर्मी पदार्थ पाया गया. लिट्विनेंको रूसी सुरक्षा सेवाओं से हटने के बाद ब्रिटेन में रह रहे थे. उनकी मृत्यु से पहले उन्हें यूके की राष्ट्रीयता प्रदान की गई थी.

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