नई दिल्ली : भारत में रूस से चिकित्सा आपूर्ति की पहली खेप बृहस्पतिवार को पहुंची है. भारत में रूसी राजदूत निकोले कुदाशेव ने कहा कि रूसी ईमरकॉम की ओर से संचालित दो आपात फ्लाइट आज यहां 20 टन कार्गो के साथ पहुंची है. इसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर एवं अन्य संबंधित चीजें तथा अहम दवाइयां शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि भारत में स्पूतनिक वी टीके की पहली खेप मई में पहुंचेगी.
बता दें कि बुधवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी. उन्होंने कोविड-19 महामारी की स्थिति पर चर्चा की. राष्ट्रपति पुतिन ने भारत के लोगों और सरकार के साथ एकजुटता व्यक्त की और रूस इसमें हरसंभव समर्थन देने का आश्वासन दिया.
गौरतलब है कि भारत के कोरोना वायरस की विनाशकारी दूसरी लहर से जूझने के बीच अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और जर्मनी समेत कई देशों ने इस स्थिति से उबरने में मदद पहुंचाने के लिए भारत में चिकित्सा आपूर्ति भेजने की घोषणा की थी.
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सूत्रों ने बताया कि भारत ऑक्सीजन संबंधी चीजों एवं अहम दवाइयों को लेकर दूसरों देशों से उम्मीद लगाए हुए है और वह प्रमुख देशों में भारतीय मिशनों को उनकी खरीद पर अपना प्रयास केंद्रित करने को कह चुका है.
सूत्रों ने कहा कि चिकित्सा आपूर्ति लेकर एक अमेरिकी विमान के बृहस्पतिवार को पहुंचने की संभावना है, जबकि रूसी विमान आज सुबह पहुंच गया है.
सूत्रों के अनुसार एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी समूह विदेशी आपूर्ति के वितरण में एवं अन्य संबंधित विषयों में समन्वय कर रहा है तथा राज्यों को अपनी जरूरत के हिसाब से इसी तर्ज पर चीजें मंगवाने की छूट दी गयी है.