पुडुचेरी : केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी (Chief Minister N. Rangasawmy) और राज्य भाजपा के बीच विवाद बढ़ने के बाद सत्तारूढ़ एनडीए में एक नया संकट आ गया है. हाल के एक बयान में, मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के खिलाफ शिकायतों के साथ सामने आए और उनके नेतृत्व वाली पुडुचेरी में क्षेत्रीय सरकार के लिए और अधिक शक्तियों की मांग की. रंगास्वामी की अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस (एआईएनआरसी) की गठबंधन सहयोगी भाजपा ने सरकार की नई शराब नीति को हवा देकर केंद्र के खिलाफ मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार किया.
भाजपा पुडुचेरी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक बयान में कहा कि पार्टी की शराब के खिलाफ नीति पूरे भारत में एक ही है और पुडुचेरी विधानसभा के 12 भाजपा विधायकों का रुख समान है. भाजपा नेता ने यह भी कहा कि भारतीय निर्मित विदेशी शराब (IMFL) के निर्माण के लिए ब्लेंडिंग और बॉटलिंग यूनिट्स (BBU) भूजल खींच रही है, जिससे क्षेत्र में जल स्तर कम हो रहा है. बता दें, केंद्र शासित प्रदेश ने आईएमएफएल को क्षेत्र में बनाने के लिए बॉटलिंग और ब्लेंडिंग यूनिट्स के लिए पांच नए परमिट जारी किए हैं. प्रदेश में पर्यटन श्रेणी के तहत 250 से अधिक शराब की दुकानें भी आवंटित की गईं, जिससे भाजपा भड़क गई.
एआईएडीएमके जो पुडुचेरी में एनडीए में गठबंधन सहयोगी भी है, आईएमएफएल के नए बीबीयू को मंजूरी देने का विरोध कर रही है. एआईएडीएमके नेता और पूर्व विधायक, वैयापुरी मणिकांतन ने पुडुचेरी के भाजपा अध्यक्ष सामीनाथन से मुलाकात की और उनसे भाजपा की पुडुचेरी इकाई का रुख स्पष्ट करने को कहा.
डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने हाल ही में पुडुचेरी में एक जनसभा में सरकार के लिए एक द्रविड़ मॉडल की जरूरत की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रंगास्वामी केंद्र शासित प्रदेश के राज्यपाल के अधीन हैं और यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. मुख्यमंत्री स्टालिन ने खुले तौर पर घोषणा की थी, कि पुडुचेरी में एक द्रविड़ मॉडल सरकार का गठन किया जाना चाहिए.
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(आईएएनएस)