विदिशा: सोमवार को बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य हिंदूवादी संगठनों ने शहर के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में जमकर तोड़फोड़ की है (Hindutva organizations uproar). मामला स्कूल के 8 बच्चों के धर्मांतरण से जुड़ा है. एसडीएम रोशन राय गंजबासौदा ने पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेकर स्कूल प्रबंधन को तलब किया है, वहीं, घटना की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल स्कूल परिसर और आसपास के क्षेत्र में तैनात कर दिए गए हैं.
स्कूल में तोड़फोड़ (Vidisha St Joseph Convent School damaged)
विदिशा के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य हिंदूवादी संगठनों ने जमकर तोड़फोड़ की. स्कूल की बिल्डिंग को पथराव करके नुकसान पहुंचाया गया, वही स्कूल के प्रांगण और आसपास लगे बोर्ड को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ डाला है. इस हंगामे के दौरान स्कूल में परीक्षाएं चल रही थी. तोड़फोड़ होने की वजह से विद्यार्थियों को ऊपरी तल पर बने अलग कक्ष में सुरक्षित पहुंचा दिया गया है.
धर्मांतरण के आरोप में हंगामा (Ruckus over conversion in Vidisha)
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. इस घटना को लेकर प्रदर्शन करने वाले विश्व हिंदू परिषद के विभाग प्रमुख नीलेश अग्रवाल का कहना है कि यहां के गंजबासौदा निवासी राजेश माथुर ने दान स्वरूप यह जमीन स्कूल वालों को अस्पताल बनाने के लिए दी थी, लेकिन यहां व्यावसायिक गतिविधियां स्कूल के रूप में संचालित की जा रही हैं. इसमें मोटी- मोटी फीस विद्यार्थियों से वसूली जाती है तो वहीं, पिछले दिनों यहां के 8 बच्चों के धर्मांतरण को लेकर मामला सामने आया है. हम मुख्यमंत्री व जिले के कलेक्टर से यही मांग करते हैं कि स्कूल की जांच कराई जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो.
सहमे दिखें छात्र
वहीं, घटना के बाद छात्र सहमे हुए हैं. स्टूडेंट का कहना है कि उनके पेपर चल रहे थे, इसी बीच पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई. वो लोग घबरा गए. एग्जाम बीच में ही रोकना पड़ा और हमें ऊपर मंजिल पर सुरक्षित कमरे में भेज दिया गया था.
हंगामे के बाद पुलिस बल तैनात
घटना की जानकारी लगते ही एसडीएम स्कूल पहुंचे. साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल को स्कूल के आस-पास तैनात किया गया है. एसडीएम का कहना है हमें एक ज्ञापन प्राप्त हुआ है जिसमें बच्चों के धर्मांतरण को लेकर बात की गई है, हम पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं और स्कूल प्रबंधन को बुलाकर पूरी तहकीकात करेंगे.