ETV Bharat / bharat

बड़े भाई फौजी.. पिता रहे सेना में अफसर.. बिहार में मचे बवाल के बीच चर्चा में आए 'Khan Sir' कौन हैं?

author img

By

Published : Jan 27, 2022, 7:31 PM IST

बिहारी अंदाज में जीएस के टॉपिक को समझाने वाले 'खान सर' विवादों में आ गए हैं. आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा को लेकर मचे बवाल में छात्रों को भड़काने के आरोप में खान सर समेत कई लोगों पर कार्रवाई शुरू हो गई है. आखिर कौन हैं खान सर ( Know About Khan Sir Of Patna). पढ़ें

Khan Sir
खान सर

पटना: अपने देसी और यूनिक स्टाइल में GS के टॉपिक्स को आसान भाषा में समझाने वाले पटना के खान सर इन दिनों खासे विवाद में घिरे हैं. इस बार उन पर रेलवे भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाने का आरोप लगा है. आरआरबी एनटीपीसी और ग्रुप डी भर्ती परीक्षा के छात्रों को भड़काने के आरोप में उन पर केस भी दर्ज किया गया है. हालांकि उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है.

पढ़ें: Khan Sir News: FIR होते ही कोचिंग बंद कर फरार हुए पटना वाले खान सर, मोबाइल भी किया स्विच ऑफ

दरअसल, बिहार में बीते 72 घंटों से विभिन्न जिलों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव को लेकर राजेन्द्र नगर रेल थाना समेत तीन थानों में 2000 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज हुआ है. खान सर के अलावा एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. अब आइये जानते है कि आखिर कौन हैं खान सर जिन्हें इस पूरे विवाद का मास्टमाइंड बताया जा रहा है.

दरअसल, खान सर का जन्म 1993 यूपी के गोरखपुर में हुआ. वे पटना में GS यानी जनरल स्टडीज पढ़ाते हैं. वे एक यू-ट्यूब चैनल (Khan GS Research Centre) भी चलाते हैं. देसी अंदाज और टॉपिक को आसान बनाकर पढ़ाने के कारण उनकी एक तगड़ी फैन फॉलोविंग है. अभी उनके चैनल के 14 मिलियन यानी 1 करोड़ 40 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं. उनके यूट्यूब चैनल पर परिचय में नाम खान सर दिया हुआ है, साथ ही पटना का पता दर्ज है.

पढ़ें: FIR On Khan Sir: रेलवे रिजल्ट हंगामा मामले में केस, पत्रकार नगर थाने में खान सर पर FIR

खान सर ऑफलाइन कोचिंग भी पढ़ाते है. इनकी कोचिंग अटेंड करने के लिए एक बार में लगभग 2000 से ज्यादा विद्यार्थी आते है. इसके आलावा खान सर ने अनेक पुस्तके लिखी है, जैसे जनरल नॉलेज और साइंस आदि पुस्तकें और इन्होंने उर्दू भाषा में भी पुस्तक लिखी है. खान सर के बड़े भाई फौजी हैं और पिता भी सेना में अफसर रह चुके हैं.

जानकारी के मुताबिक, सरकारी भर्तियों के लिए खान सर बेहद कम फीस में ऑनलाइन कोचिंग देते हैं. जैसे आरआरबी एनटीपीसी भर्ती परीक्षा और ग्रुप डी भर्ती परीक्षा की तैयारी के लिए केवल 250 रुपये फीस लेते हैं. इतना ही नहीं उनके एक-एक बैच में हजार से भी ज्यादा बच्चे एक बार में क्लास लेते हैं.

पढ़ें: छात्रों के बवाल पर बोले खान सर- 'हम तो समझा रहे हैं... किसी को प्रोवोक नहीं किया'

खान जीएस रिसर्च सेंटर के मुताबिक, एनडीए-1 2022 परीक्षा की तैयारी के लिए सिर्फ 1000 रुपये फीस लेते हैं. इसी तरह अधिकतर बैच की फीस 200 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक है. यही वजह है कि हजारों बच्चे खान सर का वीडियो और क्लास के जरिए अपना सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा करते हैं.

असली नाम पर सस्पेंस: खान सर का असली नाम क्या है इस पर आज भी सस्पेंस बना हुआ है. दरअसल, खान सर का एक वीडियो ट्रोलर्स को मिल गया था, जिसमें खान सर ने अपने को अमित सिंह नाम से भी बुलाने की बात कह रहे थे. वीडियो में वे कह रहे हैं कि 'मेरा खान सर नाम नहीं है. तुम लोगों को एक मिस्ट्री बताता हूं. हम जब पढ़ाने गए थे, तो हम टीचर ही नहीं थे.

खान सर ने आगे कहा, सिर्फ एक कोचिंग थी, जिसने कमाने के लिए लड़कों को तो रख लिया, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए टीचर ही नहीं थे. तो हमें बुलाया गया कि सर आइए, एक बार क्लास लीजिए. पहले दिन 6 लड़के थे. अगले दिन 40-50, उसके अगले दिन 150. अब उन सबको (कोचिंग वालों को) डर हो गया कि अगर ये मास्टर यहां से हट गया तो सब लड़के इसके पीछे चले जाएंगे.'

पढ़ें: खान सर, अमित कुमार सिंह या फिर फैजल खान...जानिए मैं कौन हूं?

'उन्होंने हमसे कहा कि न आपको अपना नाम बताना है, न मोबाइल नंबर. हमने कहा कि हमको क्या मतलब इन सबसे. हमने न किसी को नाम बताया, न मोबाइल नंबर. हम अपना नाम GS टीचर बता देते थे. बाद में उन लोगों ने ही एक नाम जुगाड़ दिया 'खान सर'. जबकि ऐसे लोग हमको अमित सिंह कहकर बुलाते हैं. हम इसीलिए कहते हैं कि आप हमको समझ सको, इतनी आपमें समझ नहीं.' - खान सर

खान सर ने क्या दी दलील? : हालांकि खान सर ने बाद में एक वीडियो जारी करते हुए बताया कि "नाम को लेकर जो विवाद पैदा है, उसे क्लियर करना जरूरी है. लॉकडाउन से पहले वे हर त्योहार को मिलजुल कर मनाते थे. चाहे वो रक्षाबंधन हो, दीवाली हो, सरस्वती पूजा हो या ईद हो. अब लोग नाम को लेकर ट्रेंड कराने लगे. नाम में कुछ नहीं रखा है. यह सब तब हुआ जब हम हंसी-मजाक में पढ़ाने के दौरान कह दिए थे कि लोग तो हमें अमित सिंह के नाम से भी जानते हैं."

पढ़ें: रेल रोकने पहुंचे छात्रों पर पुलिस ने चटकाई लाठियां.. दागे आंसू गैस के गोले, विरोध में जमकर पथराव

पढ़ें: RRB NTPC RESULT: रिजल्ट में गड़बड़ी से नाराज छात्रों ने आज फिर रोक दी है रेल की रफ्तार, बिहार शरीफ में रेलवे ट्रैक किया जाम

पटना: अपने देसी और यूनिक स्टाइल में GS के टॉपिक्स को आसान भाषा में समझाने वाले पटना के खान सर इन दिनों खासे विवाद में घिरे हैं. इस बार उन पर रेलवे भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाने का आरोप लगा है. आरआरबी एनटीपीसी और ग्रुप डी भर्ती परीक्षा के छात्रों को भड़काने के आरोप में उन पर केस भी दर्ज किया गया है. हालांकि उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है.

पढ़ें: Khan Sir News: FIR होते ही कोचिंग बंद कर फरार हुए पटना वाले खान सर, मोबाइल भी किया स्विच ऑफ

दरअसल, बिहार में बीते 72 घंटों से विभिन्न जिलों में आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव को लेकर राजेन्द्र नगर रेल थाना समेत तीन थानों में 2000 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज हुआ है. खान सर के अलावा एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. अब आइये जानते है कि आखिर कौन हैं खान सर जिन्हें इस पूरे विवाद का मास्टमाइंड बताया जा रहा है.

दरअसल, खान सर का जन्म 1993 यूपी के गोरखपुर में हुआ. वे पटना में GS यानी जनरल स्टडीज पढ़ाते हैं. वे एक यू-ट्यूब चैनल (Khan GS Research Centre) भी चलाते हैं. देसी अंदाज और टॉपिक को आसान बनाकर पढ़ाने के कारण उनकी एक तगड़ी फैन फॉलोविंग है. अभी उनके चैनल के 14 मिलियन यानी 1 करोड़ 40 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं. उनके यूट्यूब चैनल पर परिचय में नाम खान सर दिया हुआ है, साथ ही पटना का पता दर्ज है.

पढ़ें: FIR On Khan Sir: रेलवे रिजल्ट हंगामा मामले में केस, पत्रकार नगर थाने में खान सर पर FIR

खान सर ऑफलाइन कोचिंग भी पढ़ाते है. इनकी कोचिंग अटेंड करने के लिए एक बार में लगभग 2000 से ज्यादा विद्यार्थी आते है. इसके आलावा खान सर ने अनेक पुस्तके लिखी है, जैसे जनरल नॉलेज और साइंस आदि पुस्तकें और इन्होंने उर्दू भाषा में भी पुस्तक लिखी है. खान सर के बड़े भाई फौजी हैं और पिता भी सेना में अफसर रह चुके हैं.

जानकारी के मुताबिक, सरकारी भर्तियों के लिए खान सर बेहद कम फीस में ऑनलाइन कोचिंग देते हैं. जैसे आरआरबी एनटीपीसी भर्ती परीक्षा और ग्रुप डी भर्ती परीक्षा की तैयारी के लिए केवल 250 रुपये फीस लेते हैं. इतना ही नहीं उनके एक-एक बैच में हजार से भी ज्यादा बच्चे एक बार में क्लास लेते हैं.

पढ़ें: छात्रों के बवाल पर बोले खान सर- 'हम तो समझा रहे हैं... किसी को प्रोवोक नहीं किया'

खान जीएस रिसर्च सेंटर के मुताबिक, एनडीए-1 2022 परीक्षा की तैयारी के लिए सिर्फ 1000 रुपये फीस लेते हैं. इसी तरह अधिकतर बैच की फीस 200 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक है. यही वजह है कि हजारों बच्चे खान सर का वीडियो और क्लास के जरिए अपना सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा करते हैं.

असली नाम पर सस्पेंस: खान सर का असली नाम क्या है इस पर आज भी सस्पेंस बना हुआ है. दरअसल, खान सर का एक वीडियो ट्रोलर्स को मिल गया था, जिसमें खान सर ने अपने को अमित सिंह नाम से भी बुलाने की बात कह रहे थे. वीडियो में वे कह रहे हैं कि 'मेरा खान सर नाम नहीं है. तुम लोगों को एक मिस्ट्री बताता हूं. हम जब पढ़ाने गए थे, तो हम टीचर ही नहीं थे.

खान सर ने आगे कहा, सिर्फ एक कोचिंग थी, जिसने कमाने के लिए लड़कों को तो रख लिया, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए टीचर ही नहीं थे. तो हमें बुलाया गया कि सर आइए, एक बार क्लास लीजिए. पहले दिन 6 लड़के थे. अगले दिन 40-50, उसके अगले दिन 150. अब उन सबको (कोचिंग वालों को) डर हो गया कि अगर ये मास्टर यहां से हट गया तो सब लड़के इसके पीछे चले जाएंगे.'

पढ़ें: खान सर, अमित कुमार सिंह या फिर फैजल खान...जानिए मैं कौन हूं?

'उन्होंने हमसे कहा कि न आपको अपना नाम बताना है, न मोबाइल नंबर. हमने कहा कि हमको क्या मतलब इन सबसे. हमने न किसी को नाम बताया, न मोबाइल नंबर. हम अपना नाम GS टीचर बता देते थे. बाद में उन लोगों ने ही एक नाम जुगाड़ दिया 'खान सर'. जबकि ऐसे लोग हमको अमित सिंह कहकर बुलाते हैं. हम इसीलिए कहते हैं कि आप हमको समझ सको, इतनी आपमें समझ नहीं.' - खान सर

खान सर ने क्या दी दलील? : हालांकि खान सर ने बाद में एक वीडियो जारी करते हुए बताया कि "नाम को लेकर जो विवाद पैदा है, उसे क्लियर करना जरूरी है. लॉकडाउन से पहले वे हर त्योहार को मिलजुल कर मनाते थे. चाहे वो रक्षाबंधन हो, दीवाली हो, सरस्वती पूजा हो या ईद हो. अब लोग नाम को लेकर ट्रेंड कराने लगे. नाम में कुछ नहीं रखा है. यह सब तब हुआ जब हम हंसी-मजाक में पढ़ाने के दौरान कह दिए थे कि लोग तो हमें अमित सिंह के नाम से भी जानते हैं."

पढ़ें: रेल रोकने पहुंचे छात्रों पर पुलिस ने चटकाई लाठियां.. दागे आंसू गैस के गोले, विरोध में जमकर पथराव

पढ़ें: RRB NTPC RESULT: रिजल्ट में गड़बड़ी से नाराज छात्रों ने आज फिर रोक दी है रेल की रफ्तार, बिहार शरीफ में रेलवे ट्रैक किया जाम

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.