नई दिल्ली : फरवरी का महीना आते ही युवाओं पर वैलेंटाइन वीक की खुमारी छाने लगती है. वैलेंटाइन सप्ताह की शुरूआत रोज डे से होती है. इस दिन अपने चाहने वाले को किसी भी रंग का गुलाब देकर अपने दिल की बात का इजहार करने का मौका होता है. हर रंग का गुलाब अपनी अलग बात कहता है. रोज डे पर वैसे तो युवक-युवतियां ही चहकते नजर आते हैं लेकिन इस दिन को हर कोई मना सकता है.
रोज डे मनाने के पीछे का कारण
वैलेंटाइन सप्ताह 7-14 फरवरी तक मनाया जाता है. रोज डे (Rose Day) वैलेंटाइन वीक के पहले दिन 7 फरवरी को रोज डे होता है. इस दिन युवा अपने प्यार और दोस्ती का इजहार गुलाब देकर करते हैं. फूलों के राजा गुलाब को प्रेम का प्रतीक माना जाता है. इसके विभिन्न प्यारे रंग अलग-अलग भावनाएं व्यक्त करते हैं. इसलिए प्रेमी-प्रेमिकाएं इस दिन अपने प्यार का इजहार करते हैं.
ऐसे शुरू हुई परंपरा
रोज डे पर लाल गुलाब देने की परंपरा काफी पुरानी बताई जाती है. गुलाब सदियों से रोमांस का प्रतीक रहा है. कहा जाता है कि मुगल बादशाह जहांगीर की बेगम नूरजहां को लाल गुलाब बहुत पसंद थे. इसलिए जहांगीर नूरजहां को खुश करने के लिए उपहार में गुलाब के फूल भेजते थे. ये भी मान्यता है कि महारानी विक्टोरिया के समय में कपल्स अपनी भावनाएं व्यक्त करने के लिए गुलाब के फूल देते थे.
क्या संदेश देते हैं गुलाब के रंग
लाल रंग का गुलाब - प्यार का इजहार करने के लिए दें.
गुलाबी रंग का गुलाब - दोस्ती को मजबूत करने के लिए दें.
पीले रंग का गुलाब - दोस्ती करने के लिए दें.
नारंगी रंग का गुलाब - किसी को पसंद करते हैं तो उसे दिल की बात कहने के लिए दें.
सफेद रंग का गुलाब - अगर किसी की को मनाना है तो उसे दें और माफी मांगे.