गोपालगंज : राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव और उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने गोपालगंज स्थित थावे भवानी के दर्शन पूजन किए. इस दौरान तेज प्रताप यादव भी मौजूद थे. थावे भवानी के दर्शन के बाद लालू यादव अपने पैतृक गांव फुलवरिया की ओर रवाना हुए. बता दें कि लालू यादव का 7 साल बाद अपने पैतृक जिले में आगमन हुआ था. जबकि राबड़ी देवी अपने मायके 13 साल बाद पहुंचीं थीं. कार्यकर्ताओं ने बड़ी ही गर्मजोशी से उनका स्वागत किया.
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अपने पैतृक गांव फुलवरिया पहुंचे लालू यादव : इससे पहले लालू यादव ने गोपालगंज की सर्किट हाउस में ठहरकर अगले दिन सुबह यानी आज उन्होंने थावे भवानी के दर्शन किए. थावे भवानी के दरबार में वैदिक पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-पाठ कराया. मां के दर्शन और पूजा अर्चना के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी फुलवरिया गांव आए. गांव में परिजनों ने लालू और राबड़ी देवी का जोरदार स्वागत किया.
लालू राबड़ी ने किया जलाभिषेक : फुलवरिया गांव में मां दुर्गा मंदिर में जिसे लालू यादव ने खुद बवनााया था वहां भी पूजा पाठ की. साथ ही मंदिर के प्रांगण में लालू यादव ने एक फलदार पौधा भी लगाया. सावन के महीने में मंदिर परिसर में ही बने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया. इस दौरान लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव भी वहां पहुंच गए. तीनों ने मिलकर जलाभिषेक में हिस्सा लिया.
लालू यादव पहुंचे अपने पुश्तैनी घर : स्थानीय दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद लालू यादव अपने पुराने घर पहुंचे जहां उनका जन्म हुआ था. घर में पहुंचकर लालू यादव ने अपनी मां को नमन किया. तेजप्रताप यादव ने मरछिया देवी की आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान गांव के करीबी लोगों की काफी संख्या मौके पर मौजूदगी थी.
फुलवरिया में काफी लंबे समय बाद खुशी का माहौल : इधर, राबड़ी देवी के ससुरालवालों ने अलग से कर रखी थी. राबड़ी देवी के मैके से सेलार कला से भी लोग उनसे मिलने के लिए आए हुए थे. सभी लोगों का जोरदार स्वागत हुआ. सेलार कला से आए परिजन ने बताया कि राबड़ी देवी 13 साल पहले सेलार कला आई हुईं थी. पूरे फुलवरिया में खुशी का माहौल है.
विशेष रथ में सवार होकर पहुंचे थे लालू : बता दें कि सोमवार को लालू यादव और राबड़ी देवी पटना से विशेष रथ में सवार होकर गोपालगंज आए थे. इस दौरान रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त थी. सर्किट हाउस में रात बिताने के बाद थावे भवानी के दर्शन पूजन के बाद अपने गांव, अपने लोगों के बीच लालू यादव पहुंचे. किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद पहली बार लालू यादव अपने गांव पहुंचे थे. इससे पहले वो चारा घोटाला में दोषी पाए जाने पर रांची की होटवार जेल में बंद थे. लेकिन किडनी खराब होने की वजह से रांची के रिम्स में उनका इलाज चलता रहा. लालू यादव फुलवरिया से ही हेलिकॉप्टर के जरिए पटना रवाना हो जाएंगे.