पटना: आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक बार फिर से बीजेपी और आरएसएस को आड़े हाथों लिया है. बुधवार को पार्टी दफ्तर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने मंच से पूछा कि भारत को गुलाम किसने बनाया था? जगदानंद सिंह ने इसका अजीबोगरीब जवाब भी मंच से दे दिया. उन्होंने कहा कि टीका लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया था.
सनातन धर्म पर जगदानंद सिंह का विवादित बयान: जगदानंद सिंह ने कहा कि भारत गुलाम किसके समय में हुआ? क्या उस वक्त गरीबों की चिंता करने वाला कोई था? क्या उस समय कर्पूरी ठाकुर थे? लालू यादव थे? राम मनोहर लोहिया थे? जगदानंद सिंह बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साध रहे थे लेकिन उन्होंने सनातन धर्म पर ही आपत्तिजनक बयान दे डाला और कहा कि देश टीका लगाकर घूमने वाले लोगों की वजह से गुलाम हुआ था. जगदानंद सिंह के इस बयान को सनातन धर्म की भावनाओं पर कुठाराघात माना जा रहा है.
"धर्म आस्था की चीज है. व्यवस्था बनाएंगे तो करोड़ों लोगों का ये भारत पीछे चला जाएगा. पूछो उन लोगों से (BJP-RSS) कि भारत गुलाम किनके समय में हुआ. टीका लगाकर घूमने वालों ने देश को गुलाम बनाया था. एक बार फिर से भारत को गुलाम बनाने का प्रयास किया जा रहा है."- जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, आरजेडी
आधी आबादी को जगदा बाबू ने बताया जरूरी: जगदानंद सिंह ने अपने भाषण के दौरान महिलाओं के सम्मान और प्रतिष्ठा का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि जब किसी देवता का नाम आता है तो पहले देवी का नाम आता है. राम से पहले सीता, विष्णु से पहले लक्ष्मी, ब्रह्मा से पहले सरस्वती और शिव की शक्ति दुर्गा का नाम लिया जाता है. महिलाएं हमारी शक्ति की प्रतीक रही हैं. आधी आबादी को छोड़कर राजनीति में कभी आगे नहीं बढ़ा जा सकता है.
मंदिर मस्जिद को लेकर भी टिप्पणी: अपने भाषण के दौरान जगदानंद सिंह ने मंदिर मस्जिद का मुद्दा भी उठा डाला और कहा कि मस्जिद तोड़ो या मंदिर बनाओ इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हिंदू और मुसलमान में बांटने से देश नहीं चल सकता है. धर्म आस्था से जुड़ा है और इसे व्यवस्था कायम करने की कोशिश से देश फिर से पीछे चला जाएगा.
बीजेपी का जगदानंद सिंह पर पलटवार: वहीं जगदानंद सिंह के सनातन धर्म पर हमले और सावन में लालू प्रसाद यादव मटन बनाकर बीजेपी के निशाने पर हैं. बीजेपी पार्टी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि भारत को वैसे टीकाधारी लोगों ने गुलाम बनाया था जिन्होंने सत्ता, कुर्सी और राज्य के लिए अपना जमीर, जागीर और धर्म तक बेच दिया था. उसी तरह से आज भी सावन के महीने में जानवरों का मांस पकाया जाता है.
"आज भी सावन के महीने में कुर्सी और सत्ता के लिए जानवरों का मांस खाया और पकाया जाता है. किस जानवर का मांस पकाया गया ये जांच का विषय है. पुत्र को मुख्यमंत्री बनाने के लिए और खुद प्रधानमंत्री बनने के लिए कुछ लोग नकली जनेऊ धारण कर रहे हैं और बाइबल पढ़ रहे हैं. ऐसे लोगों से देश को सावधान रहना पड़ेगा."- अरविंद सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
सनातन को लेकर जारी है विवाद: बता दें कि सनातन धर्म को लेकर देश भर में बहस छिड़ गई है. तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री स्टालिन की टिप्पणी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बीते दिनों उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म का न केवल विरोध होना चाहिए, बल्कि उसे खत्म भी कर देना चाहिए.