पटना: किसान आंदोलन को लेकर ट्विटर पर छिड़ी जंग का असर बिहार में भी दिखने लगा है. पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने पॉप स्टार रेहाना और समाजसेवी ग्रेटा थनबर्ग को भारत के अंदरुनी मामलों से दूर रहने को कहा तो बिहार में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई.
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सचिन को भारत रत्न देने के फैसले पर सवाल उठाया. शिवानंद ने कहा कि इन दिनों लोग ट्विटर की राजनीति कर रहे हैं. रेहाना और ग्रेटा को गांव के कितने लोग जानते हैं. उसके खिलाफ सचिन तेंदुलकर को उतार दिया.
"सचिन तेंदुलकर भारत रत्न हैं. भारत रत्नधारी आदमी तरह-तरह के प्रोडक्ट का विज्ञापन करता है. मॉडल बना हुआ है. सचिन तेंदुलकर भारत रत्न का अपमान कर रहे हैं. इनके जैसे आदमी को भारत रत्न देना भारत रत्न का अपमान है. जिस समय उन्हें अवार्ड मिला था उस समय भी मैंने इसका विरोध किया था.
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India’s sovereignty cannot be compromised. External forces can be spectators but not participants.
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) February 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Indians know India and should decide for India. Let's remain united as a nation.#IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda
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Indians know India and should decide for India. Let's remain united as a nation.#IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda
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सचिन ने कहा था- बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं, प्रतिभागी नहीं
गौरतलब है कि सचिन ने सोशल मीडिया पर कहा था, "भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है. बाहरी ताकतें दर्शक हो सकती हैं, लेकिन प्रतिभागी नहीं. भारतीय भारत को जानते हैं और भारत के लिए फैसला करना चाहिए. आइए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहें."