सुकमा: पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया "छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति और सुकमा जिले में चलाए जा रहे पूना नर्कोम (नई सुबह नई शुरुआत) अभियान का प्रचार प्रसार लगातार सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किया जा रहा है. सभी नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने के लिए अपील भी की जा रही है. यही कारण है कि शनिवार को नक्सली मोर्चे पर सुकमा पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. जिले के किस्टाराम क्षेत्रान्तर्गत नए कैंप पोटकपल्ली खुलने से लगातार इलाके के ग्रामीण पुलिस से जुड़ रहे हैं. यही कारण है कि माड़ डिवीजन कुतुल एरिया कंपनी नंबर 1 की सदस्या और सक्रिय महिला नक्सली वेट्टी मंगी ने अतरा पीसी भूपेंद्र बघेल एसटीएफ व थाना किस्टारम के सामने आत्मसमर्पण किया है."
सुकमा में महिला नक्सली का सरेंडर: "समर्पित नक्सली सुकमा जिले के किस्टारम इलाके की निवासी है. जिसके ऊपर छत्तीसगढ़ सरकार ने 8 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. वेट्टी जोगा निवासी सुकमा, समर्पित महिला नक्सली को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना के तहत प्रोत्साहन राशि व सुविधाएं जल्द से जल्द दी जाएगी. समर्पित महिला नक्सली साल 2017 से नक्सल संगठन से जुड़कर सुकमा जिले की विभिन्न क्षेत्रों में नक्सली वारदातों को अंजाम दे रही थी.
सुकमा में पूना नर्कोम अभियान हो रहा सफल: इससे पहले 4 जनवरी को दो इनामी नक्सलियों ने सुकमा पुलिस के सामने सरेंडर किया था. सरेंडर नक्सलियों के नाम माड़वी बुधरा था जो एरिया अध्यक्ष के रूप में नक्सली संगठन में काम करता था. उस पर सरकार ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. दूसरा वेट्टी जोगा जो LOS डिप्टी कमांडर के रूप में नक्सल संगठन में सक्रिय था. उसने भी सरेंडर किया था. जोगा पर 3 लाख रुपये का इनाम था. इसके अलावा 1 अन्य नक्सली माड़वी जोगा ने भी सरेंडर किया था.
सुकमा में इनामी नक्सलियों का सरेंडर, पूना नर्कोम अभियान से मिली सफलता
क्या है पूना नर्कोम अभियान: सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि "नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए जिले में सरकार द्वारा नक्सल उन्मूलन आभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत "पूना नर्कोम अभियान" चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत सुकमा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बैनर पोस्टर लगाने के साथ ही ग्रामीणों से मिलकर नक्सलियों से आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की जा रही है."