नई दिल्ली : मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती रविवार सुबह 8 बजे शुरू होगी. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में है, जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है. तेलंगाना में चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है. केसीआर दो बार से सत्ता में काबिज हैं, वह इस बार जीत के साथ हैट्रिक की उम्मीद कर रहे हैं.
मई में कर्नाटक को भाजपा से छीनने के बाद, कांग्रेस की नजर मध्य प्रदेश और तेलंगाना पर है और वह राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद कर रही है.
इन चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन से विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन में पार्टी की स्थिति मजबूत होगी, जो 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए बनाई गई है. वहीं, भाजपा गुजरात की जीत की लय को दोहराने की कोशिश कर रही है, जहां वह 1998 से शासन कर रही है.
मध्य प्रदेश में चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिर से सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे हैं. पार्टी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी जीत हासिल करने की इच्छुक है क्योंकि वह लोकसभा चुनाव से पहले हिंदी भाषी राज्यों में अपनी पकड़ फिर से हासिल करना चाहती है.
चाक-चौबंद है सुरक्षा : चुनाव अधिकारियों ने कहा कि त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और केवल वैध पास रखने वाले लोगों को ही मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि मप्र की 230 विधानसभा सीटों की गिनती 52 जिला मुख्यालयों पर होगी. राजस्थान में राज्य भर में मतपत्रों की गिनती के लिए 979 टेबलों की व्यवस्था की गई है. छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) से प्रभावित जिलों समेत राज्य के 33 जिलों के सभी मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. तेलंगाना में 119 सीटों पर हुए मतदान के बाद मतगणना के लिए कड़े प्रबंध किए गए हैं.
कहां-कितनी सीटें
- मध्य प्रदेश में 230 सीटों पर हुए हैं चुनाव
- छत्तीसगढ़ की 90 सीटों के आएंगे रिजल्ट
- राजस्थान की 199 सीटों पर हुए हैं चुनाव
- तेलंगाना में विधानसभा की हैं 119 सीटें
अभी कौन है सीएम
- तेलंगाना-के.चंद्रशेखर राव
- मध्य प्रदेश- शिवराज सिंह चौहान
- राजस्थान - अशोक गहलोत
- छत्तीसगढ़- भूपेश बघेल
मध्य प्रदेश : अधिकारियों ने बताया कि मप्र की 230 विधानसभा सीटों की गिनती 52 जिला मुख्यालयों पर होगी. इस चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती और प्रतिद्वंद्वी कमल नाथ जैसे राजनीतिक दिग्गजों सहित 2,533 उम्मीदवार मैदान में हैं. चौहान ने दावा किया कि उनकी पार्टी भारी बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखेगी, जबकि राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ ने कहा कि उन्हें राज्य के मतदाताओं पर पूरा भरोसा है.
- एमपी में कितनी हुई है वोटिंग : प्रदेश के एक चुनाव अधिकारी ने कहा कि राज्य में रिकॉर्ड 77.82 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2018 के चुनावों की तुलना में 2.19 प्रतिशत अधिक है.
राजस्थान : राजस्थान की 199 सीटों पर 1800 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां पिछले तीन दशकों में हर पांच साल में सत्ता कांग्रेस और भाजपा के बीच बदलती रही है. मतपत्रों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी.
- कितनी वोटिंग हुई : 25 नवंबर को हुए मतदान 75.45 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले. साल 2018 के गत विधानसभा चुनाव में 74.71 प्रतिशत मतदान हुआ था, इस बार मतदान 0.73 प्रतिशत बढ़ा. राज्य की करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया है.
छत्तीसगढ़ : यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव सहित कुल 1,181 उम्मीदवार मैदान में हैं. इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव (दोनों कांग्रेस से) और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सीएम रमन सिंह शामिल हैं. पाटन सीट, जिसका प्रतिनिधित्व बघेल करते हैं, वहां त्रिकोणीय मुकाबला है, जहां भाजपा ने मुख्यमंत्री के दूर के भतीजे और लोकसभा सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम दिवंगत अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी भी पाटन से मैदान में हैं.
- कितने प्रतिशत मतदान हुआ : राज्य विधानसभा के 90 सीटों के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था. 76.31 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. यह 2018 के विधानसभा चुनाव में दर्ज 76.88 प्रतिशत मतदान से कुछ कम है.
तेलंगाना : 119 सीटों वाली तेलंगाना विधानसभा के लिए 2,290 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें बीआरएस सुप्रीमो चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री-पुत्र केटी रामा राव, टीपीसीसी अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्य बंदी संजय कुमार, डी अरविंद और सोयम बापू राव शामिल हैं. चुनाव पूर्व समझौते के तहत भाजपा और जनसेना ने क्रमश: 111 और 8 सीटों पर चुनाव लड़ा/ असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने शहर के नौ क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं. मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव दो क्षेत्रों-गजवेल और कामारेड्डी से चुनाव लड़ रहे हैं.
- कितनी वोटिंग हुई थी : तेलंगाना में 30 नवंबर को हुए चुनाव में कुल 3.26 करोड़ मतदाताओं में से 71.34 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.